CM Bhagwant Singh Mann: शहीद उधम सिंह वाला (सुनाम), पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि राज्य सरकार पंजाब की पुरानी शान बहाल करने के लिए शहीद उधम सिंह जैसे महान शहीदों के नक्शे-कदम पर चलकर देश की सामाजिक-आर्थिक प्रगति में युवाओं को सक्रिय साथी बना कर आगे बढ़ रही है।
- CM ने शहीद उधमसिंह के शहीदी दिवस पर महान शहीद को श्रद्धांजलि दी
- सुनाम की ऐतिहासिक जमीन पर अत्याधुनिक स्टेडियम और बस स्टेशन का उद्घाटन
- राज्य सरकार पंजाबी को AI में शामिल करने के लिए ठोस कदम उठाएगी।
- अपने हितों की पूर्ति के लिए राज्य की अनदेखीके लिए विपक्षी दलों को आढ़े हाथ लिया
CM Bhagwant Singh Mann: यहां शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस पर राज्य स्तरीय समारोह के दौरान सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने याद किया कि वे बचपन में अपने पिता के साथ यहां हर साल होने वाले समारोह में शामिल होते थे। उन्होंने कहा कि शहीद उधम सिंह जैसे महान नायकों की अद्भुत कुर्बानियों के कारण ही देशवासियों को आजादी की खुशी मिल रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि शहीद उधम सिंह आज़ादी संग्राम के एक बड़े योद्धा थे, जिन्होंने जलियांवाला बाग नरसंहार के मुख्य दोषी माइकल ओ ड्वायर को मारकर बहादुरी का सबूत दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे लगातार कैक्सटन हॉल जाते रहे हैं, जहां लाखों भारतीयों ने शहीद उधम सिंह का प्रतिशोध लिया था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस महान शहीद की अद्भुत कुर्बानी ने देश को ब्रिटिश साम्राज्यवाद से मुक्त करने में मदद की। उनका कहना था कि जलियांवाला बाग में हुए नरसंहार का प्रतिशोध लेने के लिए शहीद उधम सिंह ने 21 साल इंतजार किया और इस तरह देश की स्वतंत्रता की नींव रखी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबियों ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और हमें उनकी बहादुरी और विशिष्ट योगदान पर गर्व है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि वे भारत के स्वतंत्रता संग्राम के ऐसे महान शहीदों और देशभक्तों के सामने श्रद्धा के साथ सिर झुकाते हैं, जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अभूतपूर्व बहादुरी और उत्साह का प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि इन शहीदों की अद्भुत कुर्बानियों की विशाल विरासत अगली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महान सिख गुरुओं ने लोगों को ज़ुल्म, अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा दी है, इसलिए पंजाबियों ने हमेशा बुराईयों के खिलाफ लड़ाई में देश का नेतृत्व किया है। भगवंत सिंह मान ने यह भी याद किया कि लोकसभा सदस्य के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों को उनकी शहादत दिवस पर सदन ने श्रद्धांजलि दी थी। उनका कहना था कि दशमेश पिताजी ने मानवता के लिए लड़ाई लड़ी और साहिबजादों को बहादुरी और निरसार्थ सेवा के गुणों की विरासत दी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य और इसके नागरिकों के हित में मिसाल कायम किया है। उनका कहना था कि आज़ादी के बाद उनकी सरकार ने राज्य में पहली बार मालवा नहर की खुदाई की है। उनका कहना था कि यह रिकॉर्ड दिखाता है कि पिछली पंजाब सरकारों ने इस आवश्यकता पर ध्यान नहीं दिया था। भगवंत सिंह मान ने कहा कि लगभग 150 किलोमीटर लंबी यह नई नहर राज्य, खासकर मालवा क्षेत्र में अभूतपूर्व समृद्धि और विकास का नया युग शुरू करेगी। उन्होंने आगे कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर राज्य सरकार लगभग 2300 करोड़ रुपए खर्च करेगी, जिससे लगभग दो लाख एकड़ कृषि योग्य जमीन की सिंचाई की आवश्यकता पूरी की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों पर व्यंग्य करते हुए कहा कि किसानों के नाम पर वोट मांगने वालों ने ऐसा कदम कभी नहीं उठाया था। उन्होंने कहा कि अकाली नेता लोगों की जिंदगी बदलने वाले ऐसे परियोजनाओं को चलाने के बजाय अपने खेतों को पानी देने में अधिक रुचि दिखाते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसे लोगों ने इन नेताओं को पूरी तरह से नकारा गया है और वर्तमान सरकार को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेड़ों, नदियों और नहरों की वोट नहीं होने के कारण इन नेताओं ने कभी भी पर्यावरण प्रदूषण की चिंता नहीं जताई। उनका कहना था कि अगर नदियों, नहरों और पेड़ों को वोट देने का अधिकार मिलता, तो ये नेता भी इन पर ध्यान देते। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार इन संसाधनों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे रही है।
मुख्यमंत्री ने गुरबाणी की पंक्ति “पवन गुरु पानी पिता माता धरत महत” का उल्लेख करते हुए कहा कि महान गुरुओं ने हवा को गुरु, पानी को पिता और धरती को माता का दर्जा दिया है। उनका कहना था कि हमारे महान गुरुओं का विश्वास दुर्भाग्यवश पिछली सरकारों ने खो दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि अब समय आ गया है कि गुरबाणी की शिक्षाओं को अपनाकर राज्य की पुरानी शान को वापस लाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार इस ऐतिहासिक जमीन पर अत्याधुनिक स्टेडियम और बस स्टेंड बनाएगी ताकि युवा शक्ति को उत्तेजित किया जा सके। उनका कहना था कि पंजाब सरकार की कठोर कोशिशों से 19 पंजाब के खिलाड़ी पेरिस ओलंपिक में भारत की टीम में शामिल हो गए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन खिलाड़ियों को मेगा इवेंट की तैयारियों के लिए भी धन दिया गया है. राज्य सरकार की नीति के अनुसार, पदक विजेता खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को देश छोड़ने के बजाय यहां के लोगों की सेवा करनी चाहिए, शहीद उधम सिंह जैसे राष्ट्रीय नायकों की कुर्बानियों से प्रेरित करते हुए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को सशक्तिकरण देकर पंजाब वापस आने की इच्छा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उनका कहना था कि राज्य सरकार बड़े पैमाने पर प्रयास कर रही है कि युवा लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने जनहित में कई कदम उठाए हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य में अब 90 प्रतिशत घरों को मुफ्त बिजली मिल रही है, 43 हजार से अधिक युवा सरकारी नौकरी पा चुके हैं, और लोगों को शिक्षा और स्वास्थ्य की मानक सुविधाएं मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी और ये सभी पहलें आम जनता की भलाई के लिए की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाबी को AI में शामिल करने के लिए पूरी कोशिश करेगी। उनका कहना था कि राज्य सरकार ने पहले ही प्रसिद्ध पंजाबी इतिहासकारों, कवियों और साहित्यकारों को इस अच्छे काम में शामिल किया है। Bhagwant Singh Mann ने कहा कि यह समय की मांग है कि पंजाबी भाषा अपने विकास की गति में पीछे न रह जाए।