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वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में एपीडा पवेलियन में भारत की विविध कृषि-खाद्य पेशकशों का प्रदर्शन

 वर्ल्ड फूड इंडिया 2024: यह पहल भारतीय कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के लिए बाजार की सुलभता का विस्तार करेगी

 वर्ल्ड फूड इंडिया 2024: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने नई दिल्ली के भारत मंडपम में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्वारा आयोजित वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में ‘एपीडा पवेलियन’ की स्थापना की है। इस पवेलियन का उद्घाटन वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त सचिव श्री राजेश अग्रवाल ने एपीडा के अध्यक्ष श्री अभिषेक देव, एपीडा के वरिष्ठ अधिकारियों, विभिन्न आयातकों व निर्यातकों तथा अन्य हितधारकों की उपस्थिति में किया।

एपीडा 19-22 सितंबर, 2024 तक चलने वाले इस कार्यक्रम में ताजा उपजों, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, जैविक उत्पादों और मादक पेय पदार्थों सहित विविध खाद्य उत्पादों को पेश करने के भारत के प्रयासों का नेतृत्व कर रहा है।

श्री अभिषेक देव ने मध्य-पूर्व के बाजारों और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) से जुड़े देशों में बागवानी आधारित भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए लूलू ग्रुप इंटरनेशनल के अध्यक्ष श्री यूसुफ अली एमए के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए और उसका आदान-प्रदान किया। इस रणनीतिक साझेदारी का उद्देश्य लूलू समूह के दुनिया भर में फैले हाइपरमार्केट और खुदरा दुकानों के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बागवानी आधारित  भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देना है। यह वैश्विक स्तर पर बागवानी आधारित भारतीय निर्यात के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

भारत मंडपम के प्रदर्शनी हॉल (हॉल नंबर 3) में एपीडा पवेलियन इस तीन-दिवसीय समारोह में भारत के 25 राज्यों और 3 केन्द्र-शासित प्रदेशों (यूटी) के 155 प्रदर्शकों की मेजबानी कर रहा है। प्रमुख प्रतिभागियों में महाराष्ट्र, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, पंजाब और कर्नाटक जैसे राज्य शामिल हैं। प्रदर्शित किए जाने वाले प्रमुख क्षेत्रों में ताजे फल एवं सब्जियां, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ एवं मूल्य वर्धित उत्पाद, बासमती चावल, पशु उत्पाद, काजू, भौगोलिक संकेतक (जीआई) उत्पाद, जैविक उत्पाद और मादक पेय पदार्थ शामिल हैं।

एपीडा ने लगभग 80 से अधिक देशों के प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खरीदारों को आमंत्रित किया है। बी2बी बैठकों के लिए रिवर्स क्रेता-विक्रेता बैठक (आरबीएसएम) की सुविधा एक ऐप-आधारित अपॉइंटमेंट प्रणाली के माध्यम से प्रदान की गई है, जो भारतीय निर्यातकों को खरीदारों, आयातकों और अंतरराष्ट्रीय व्यापार प्रतिनिधियों के साथ सीधे बातचीत करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी। अकेले आज लगभग 1000 बी2बी बैठकें आयोजित की गईं और आयातकों, एग्रीगेटर्स, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ), किसान उत्पादक कंपनियों (एफसीपी), इनोवेटर्स और कृषि उद्यमियों के बीच अगले तीन दिनों के लिए 3000 बैठकें निर्धारित हैं।

ताजा एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद, बासमती चावल, पोषक अनाज (मिलेट) -आधारित उत्पाद, जैविक उत्पाद और जीआई-टैग वाली वस्तुएं इस पवेलियन में प्रमुख रूप से प्रदर्शित की गईं हैं। एचएमए एग्रो, मिलेट मैजिक फाउंडेशन, जैस्मर फूड्स, बेसिलिया ऑर्गेनिक्स, हाउस ऑफ हिमालयाज, ऑल इंडिया कैश्यू एसोसिएशन, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पैकेजिंग, वट्टम एग्रो एंड डेयरी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, मैग्नम फूड्स एंड स्नैक्स प्राइवेट लिमिटेड, और कामधेनु एंटरप्राइजेज सहित जैसे ब्रांड अनूठे उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं।

एक विशेष गैलरी, जीआई उत्पाद गैलरी, जो भारत के प्रतिष्ठित जीआई-टैग वाले उत्पादों को समर्पित है, एपीडा पवेलियन का हिस्सा है। जीआई-टैग वाले उत्पाद वैश्विक बाजारों में अत्यधिक महत्व रखते हैं।

इस समारोह में आने वाले आगंतुक खाना पकाने का लाइव प्रदर्शन भी देख सकते हैं और प्रदर्शित उत्पादों से बने विभिन्न प्रकार के भारतीय व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं। इंटरएक्टिव प्रोजेक्शन मैपिंग और एनामॉर्फिक 3-डी एनिमेशन वीडियो वॉल को देश भर में अंतरराष्ट्रीय खरीदारों और विक्रेताओं के सामने एपीडा के प्रमुख कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों की पेशकश को रचनात्मक रूप से प्रदर्शित करने के लिए स्थापित किया गया है।

पवेलियन में विशिष्ट क्षेत्र से संबंधित ज्ञान सत्र जैसे “भारत का जैविक मार्ग: खेत से वैश्विक मंचों तक: भारत की जैविक पेशकशों के लिए बाजार संबंधों को बढ़ाना” पर एक कार्यशाला और “बार को विकसित करना: वैश्विक बाजारों में भारतीय मादक पेय पदार्थों के लिए अवसरों की तलाश” पर एक संगोष्ठी का आयोजन भी किया जा रहा है।

वर्ल्ड फूड इंडिया 2024 में एपीडा की भागीदारी का उद्देश्य भारत के कृषि निर्यात को बढ़ावा देना, नए बाजार खोलना और वैश्विक स्तर पर विविध एवं उच्च गुणवत्ता वाले कृषि खाद्य उत्पादों के अग्रणी उत्पादक और निर्यातक के रूप में भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाना है।

Source: https://pib.gov.in/

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