दिल्ली के पर्यावरण मंत्री Gopal Rai ने शहर में औद्योगिक प्रदूषण को लेकर बुधवार को दिल्ली सचिवालय में समीक्षा बैठक की
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री Gopal Rai ने शहर में औद्योगिक प्रदूषण को लेकर बुधवार को दिल्ली सचिवालय में समीक्षा बैठक की। इस बैठक में डीपीसीसी (दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी), पर्यावरण विभाग, डीएसआईआईडीसी (दिल्ली स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट) और एमसीडी (दिल्ली नगर निगम) के अधिकारी मौजूद रहे। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बैठक के बाद बताया कि डीपीसीसी और डीएसआईआईडीसी ने दिल्ली में औद्योगिक इकाइयों का निरंतर निरीक्षण करने के लिए 58 टीमों का गठन किया है। औद्योगिक अपशिष्ट डंपिंग को नियंत्रित करने के लिए पूरी दिल्ली में तीन विभागों से 191 पेट्रोलिंग टीम लगाई गई हैं। वहीं, 1901 में पंजीकृत औद्योगिक इकाइयों को पीएनजी (पाइप्ड नैचुरल गैस) संचालित करना अनिवार्य कर दिया गया है।
उनका कहना था कि 25 सितंबर को सरकार ने सर्दियों के मौसम में होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए 21 लक्ष्यों पर आधारित विंटर एक्शन प्लान जारी किया था। दिल्ली में वायु प्रदूषण में और सुधार लाने के लिए विंटर एक्शन प्लान के तहत औद्योगिक प्रदूषण पर निगरानी और उसके अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य शुरू हो गया है। औद्योगिक प्रदूषण के खिलाफ अभियान के तहत पूरी दिल्ली में 3 विभागों की 191 पेट्रोलिंग टीम को औद्योगिक अपशिष्ट की डंपिंग के उचित निपटान की निगरानी के लिए तैनात करने का निर्णय लिया गया है।
डीपीसीसी और डीएसआईडीसी की टीमें भी निरंतर निरीक्षण करती हैं। दिल्ली की सभी औद्योगिक इकाइयों पर यह सभी टीमें निगरानी रखेंगे और प्रदूषण को कम करने के लिए त्वरित कार्रवाई करेंगे, जिसकी रिपोर्ट समय-समय पर पर्यावरण विभाग को भेजी जाएगी। डीपीसीसी की इस टीम को भी औद्योगिक संस्थाओं द्वारा पर्यावरण नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। अगर कोई औद्योगिक संस्था पर्यावरण नियमों का उलंघन करती पाई गई, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पर्यावरण मंत्री ने डीपीसीसी और अन्य सम्बंधित विभागों को निर्देश दिया कि वे औद्योगिक क्षेत्रों से औद्योगिक कचरे का नियमित उठान और उचित वैज्ञानिक निपटान सुनिश्चित करें।