CM Yogi Adityanath ने बताया तरीका, किसानों की आय कैसे बढ़ेगी, सरकार की योजनाओं के लाभ भी गिनाए
यूपी के CM Yogi Adityanath ने कहा कि किसानों को सूदखोरी से मुक्त करके स्वावलंबन की दिशा में अग्रसर करके किसानों की आय में इजाफा किया जा सकता है और कृषि को उद्यम से जोड़ कर।
CM Yogi Adityanath ने किसानों की आय बढ़ाने पर जोर दिया। CM योगी ने भी किसानों की आय बढ़ाने के उपाय बताए। सीएम योगी ने कहा कि किसानों को सूदखोरी से मुक्त करके स्वावलंबन की दिशा में अग्रसर करके कृषि को उद्यम से जोड़कर किसानों की आय में इजाफा किया जा सकता है। CM योगी ने कृषि भारत 2024 कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में कहा कि बेहतर तकनीक का उपयोग करके कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाना चाहिए। देश के अंदर विभिन्न राज्यों का अनुभव अलग होगा; अलग-अलग कृषि और जलवायु परिस्थितियों के अनुसार, देश के विभिन्न क्षेत्रों ने काफी प्रगति की है, विश्व भर में भी ऐसा हुआ है। ऐसे में, हम एक-दूसरे से बहुत कुछ सीख सकते हैं अगर बेहतरीन कार्यों को साझा करते हैं। कृषि व प्रौद्योगिकी के इस 4 दिनी महाकुंभ का आयोजन वृंदावन योजना मैदान में किया जा रहा है।
उन्होंने कृषि को उद्यमिता से जोड़ने और किसानों की आय को बढ़ाने के लिए नवीन तकनीक का उपयोग करने पर विशेष जोर दिया। कार्यक्रम से पहले, योगी ने नीदरलैंड्स के उप कृषि मंत्री जैन कीस गोएट और नीदरलैंड्स की राजदूत मारिसा गेरार्ड्स की उपस्थिति में द्विपक्षीय बैठक में भी भाग लिया। उत्तर प्रदेश सरकार और नीदरलैंड्स के बीच दो एमओयू भी साइन किए गए हैं और प्रदर्शनी के विभिन्न स्टॉल्स का सीएम योगी ने आवलोकन भी किया।
कृषि भारत प्रदर्शनी लगभग 20 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में आयोजित हो रही है, जहां कृषि क्षेत्र में निरंतर विकास और नवाचार को शोकेस किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी में कृषि, डेयरी, खाद्य प्रसंस्करण और प्रौद्योगिकी से जुड़े उपकरण सहित 250 से अधिक प्रदर्शक और 1 लाख से अधिक कृषक और आगंतुक कार्यक्रम में उपस्थित होंगे। सीआईआई कृषि भारत का आयोजन करेगा, जो राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर कृषि प्रौद्योगिकी प्रगति का प्रदर्शन करेगा। योगी ने प्रदेशवासियों को कार्तिक पूर्णिमा, गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व और धरती आबा और जनजातीय गौरव भगवान बिरसा मुंडा के 150वें जन्मदिवस पर शुभकामनाएं दीं।
सीएम योगी ने सीआईआई का धन्यवाद करते हुए कहा कि वर्ष 2000 से सीआईआई एग्रोटेक का भारत में आयोजन कर रहा है। पहली बार यह आयोजन चंडीगढ़ से हटकर उत्तर प्रदेश में आयोजित हो रहा है जो कि काफी मायने रखता है। सीआईआई, नीदरलैंड्स पार्टनर कंट्री, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूगांडा, स्पेन, यूके और कृषि क्षेत्र से जुड़े एक्सपर्ट्स और स्टेकहोल्डर्स इस आयोजन में हिस्सा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की सबसे बड़ी आबादी उत्तर प्रदेश में रहती है। यह 17% है, यानी 25 करोड़ रुपये है। देश की कुल कृषि योग्य भूमि का प्रदेश में केवल 11 प्रतिशत है, मगर हमारा कृषि उत्पादन देश के कुल एग्रीकल्चरल प्रोडक्शन का 20 प्रतिशत है, जो कि हमारे उत्तम जल संसाधन और उर्वरा भूमि ताकत को दर्शाता है। इसमें अभी भी बहुत संभावनाएं हैं।
वर्तमान में डिजिटल एग्रीकल्चर और टेक्नोलॉजी की मदद से उत्पादन को तीन से चार गुना बढ़ा सकते हैं। सीएम योगी ने कृषि लागत को कम करने, आधुनिक तकनीक का उपयोग करने और केमिकल फर्टिलाइजर पर निर्भरता को कम करके प्राकृतिक संसाधनों का अधिक से अधिक उपयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कृषि को उद्यमिता से जोड़ते हुए, किसानों को इसके बारे में जागरूक करना, बीज को बाजार में पहुंचाने की सुविधा, किसानों को उपलब्ध कराना और व्यापक बदलाव की गुंजाइश है। योगी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में हमने किसानों के हित के लिए अनेक कदम उठाए हैं।
मृदा परीक्षण, कृषि बीमा, कृषि सिंचाई के साथ ही देश के अंदर 12 करोड़ अन्नदाता किसान सम्मान निधि का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि नीदरलैंड्स की राजदूत ने यूपी के अपने पिछले दौरे पर इन मुद्दों पर चर्चा की थी। यूपी और नीदरलैंड्स के बीच इसी से संबंधित दो महत्वपूर्ण एमओयू हुए हैं। गवर्नमेंट टू गवर्नमेंट के अलावा बी2बी एमओयू भी हुए हैं। कार्यक्रम में सीएम योगी के साथ ही कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, मत्स्य पालन मंत्री डॉ.संजय कुमार निषाद, कृषि विपणन व खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह, सीफ सेक्रेटरी मनोज कुमार सिंह, सीआईआई के वरिष्ठ अधिकारी, इनवेस्ट यूपी के सीईओ अभिशेक प्रकाश, एसीईओ व एलडीए के वीसी प्रथमेश कुमार समेत नीदरलैंड्स के उप कृषि मंत्री जैन कीस गोएट, नीदरलैंड्स की राजदूत मारिसा गेरार्ड्स की प्रमुख उपस्थिति में प्रतिनिधि मंडल, कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका गर्ग, सीआईआई के अध्यक्ष व आईटीसी लिमिटेड के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक संजीव पुरी, तथा उन्य देशों से आए हुए प्रतिनिधि उपस्थित रहे।