CM Yogi Adityanath ने विपक्ष पर साधा निशाना, “संविधान का गला घोंटने वाले संविधान का ढिंढोरा पीट रहे हैं।”
CM Yogi Adityanath: सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब कोई नयापन आता है तो लोग झंडा लेकर उसका विरोध करने निकल पड़ते हैं। वो समय गया जब नारे लगते थे कि मेरी मांगे पूरी हों, चाहे जो मजबूरी हो।
CM Yogi Adityanath इलाहाबाद विश्वविद्यालय के 136वें दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुए। जहां उन्होंने छात्रों के डिग्रियां प्रदान की। इस दौरान, उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर भारी हमला बोला और कहा कि संविधान के मूल संस्करण में समाजवादी या पंथ निरपेक्ष शब्द नहीं थे। बाद में इन्हें जोड़ा गया। वहीं, उन्होंने सपा को घेरते हुए कहा कि यह समाजवाद के नाम पर एक परिवार की चाटुकारिता कर रही है।
सीएम योगी ने कहा हम नए ज्ञान की परंपरा से अपने आप को वंचित नहीं कर सकते। समय की गति बड़ी निराली है, जो उसके साथ आगे नहीं बढ़ पाता है तो समय उसकी दुर्गति कर देता है। हमें दुर्गति का शिकार नहीं बनना है. हमें नए ज्ञान से ओतप्रोत होना होगा। युवाओं को रिफॉर्म के प्रति सकारात्मक भाव अपनाना होगा. युवाओं को नए ज्ञान से अपने आप को वंचित नहीं करना चाहिए।
युवा शक्ति को बाँटने का प्रयास
उनका कहना था कि लोग झंडा लेकर नवाचार का विरोध करते हैं। वह समय गया जब मैं चाहता था कि मेरी मांगें, चाहे जो मजबूरी हो, पूरी हों। यह देश और समाज को कभी नहीं ला सकता। हमारे हर एक पल राष्ट्र धर्म को समर्पित होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग जाति, मत और मजहब के आधार पर युवा शक्ति को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, वे भारत की युवा शक्ति को विभाजित कर रहे हैं। ऐसे लोगों को कभी भी आगे नहीं बढ़ने देना चाहिए।
विपक्षी दलों पर साधा निशाना
विपक्षी दलों पर हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे 26 नवंबर 1949 को संविधान दिवस पर अंगीकार किया गया था। तब संविधान की मूल प्रति में कहीं भी समाजवादी या धर्मनिरपेक्ष शब्द नहीं थे। ये दो शब्द जोड़े गए जब देश की संसद भंग हो गई और न्यायपालिका का अधिकार कम हो गया। इस देश के लोकतंत्र पर कुठाराघात हुआ था और जिन लोगों ने संविधान का गला घोंटने का काम किया था, वो लोग आज संविधान बचाने का ढिंढोरा पीटते जा रहे हैं।
CM योगी ने समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि हमारी युवा पीढ़ी को अपना आदर्श चुनना है। समाजवाद के नाम पर परिवारवाद की प्रशंसा करने वाले व्यक्ति कभी भी आदर्श नहीं बन सकते। साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि योग्य और पढ़े लिखे युवाओं को राजनीति में आगे आना चाहिए। विश्वविद्यालयों को भी यह तय करना चाहिए कि छात्र संघ की जगह क्या हम विश्वविद्यालयों में युवा संसद विभाग का गठन कर सकते हैं।
सीएम योगी ने कहा कि यहां के छात्रों से कहूंगा कि प्रयागराज कुम्भ के अलग अलग पक्ष को लेकर आपको अपने शोध को आगे बढ़ाना चाहिए. कुम्भ या माघ मेला प्रयागराज के लिए आध्यात्मिक और धार्मिक लाभ तो हैं ही लेकिन, साथ ही यहां की अर्थव्यवस्था, रोजगार, यहां के विकास पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है यदि इन सब बातों को इससे जोड़कर देखेंगे तो आपके लिए एक नया अनुभव होगा।