

पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी (PEDA) ने राज्य में ऊर्जा दक्षता और संरक्षण पर केंद्रित अनुसंधान और नवीन परियोजनाओं पर सहयोग करने के लिए चंडीगढ़ विश्वविद्यालय (सीयू) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
समझौता ज्ञापन पर सोमवार को पेडा कार्यालय में पेडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री संदीप हंस और चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग शाखा के प्रोफेसर डॉ. राज कुमार ने हस्ताक्षर किए।
श्री संदीप हंस ने बताया कि इस सहयोग का उद्देश्य पंजाब राज्य में घरेलू, वाणिज्यिक, औद्योगिक, कृषि और परिवहन क्षेत्रों में भवन, उद्योग, स्वच्छ प्रौद्योगिकियों और ऊर्जा-कुशल उपकरणों सहित विभिन्न क्षेत्रों में ऊर्जा दक्षता और संरक्षण से संबंधित अनुसंधान और नवीन परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करना है।
उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ विश्वविद्यालय (सीयू) पर्याप्त भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम को बढ़ावा देगा। इसके अतिरिक्त, सीयू अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) परियोजनाओं के विकास के लिए रणनीतिक अनुसंधान सहायता, मार्गदर्शन और दिशा प्रदान करेगा, साथ ही विभिन्न प्रौद्योगिकियों के डिजाइन, परीक्षण, प्रदर्शन मूल्यांकन और विश्लेषण के लिए भी।
पेडा के निदेशक श्री एम.पी. सिंह ने पंजाब में ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में परियोजनाएं शुरू करने के लिए चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के बाद ऊर्जा संरक्षण से संबंधित अनुसंधान एवं विकास परियोजनाएं शुरू करने के विचारों पर भी चर्चा की।
इस अवसर पर पेडा के प्रोजेक्ट इंजीनियर मनी खन्ना, रोहित कुमार और सीयू की डॉ. हरप्रीत लुबाना भी उपस्थित थे।