स्वास्थ्य

Vitamin D Deficiency: विटामिन डी की कमी से हड्डियां कमजोर क्यों होती हैं, बढ़ती उम्र से क्या संबंध है?

Vitamin D Deficiency: विटामिन डी को हल्के में लेना हमारी हड्डियों के लिए भारी पड़ सकता है। इसकी कमी को नजरअंदाज करना सही नहीं, खासकर जब आप उम्र बढ़ रही हैं। क्योंकि विटामिन डी की कमी से शरीर को कई बीमारियां होने लगती हैं आइए इसके कारण और उपायों को जानें।

Vitamin D Deficiency: हम बचपन में अक्सर अपनी दादी-नानी से सुनते थे कि धूप में बैठने से हड्डियां मजबूत होंगी। तब हमें लगता था कि यह सिर्फ कहा जा रहा है, लेकिन उम्र के साथ शरीर की कई बातें समझ आने लगती हैं। खासकर जब अचानक से घुटनों में दर्द होने लगे, कमर झुकने लगे या हड्डियां ज़रा-सी चोट में टूटने लगें तब एहसास होता है कि कहीं न कहीं शरीर को कुछ ज़रूरी चीज़ें नहीं मिल रहीं। आज विटामिन डी की कमी से कई लोग जूझ रहे हैं। यह समस्या अधिकतर शहरी लोगों को है।

शहर में धूप लेने के लिए कोई जगह नहीं बनाई गई है और न ही किसी के पास वक्त है। जो 10 मिनट धूप ले सकता है। सुबह उठते ही लोग व्यस्त हो जाते हैं। यही कारण है कि बहुत से लोगों को हर दिन विटामिन डी की कमी है। ऐसे में आज हम इसी समस्या के बारे में जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर इसकी कमी होती कैसे हैं और क्या है इसका सही निवारण।

विटामिन डी की कमी से हड्डी क्यों कमजोर होती है?

दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में मेडिसिन विभाग के डॉ. अजित कुमार बताते हैं कि हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए विटामिन डी भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कैल्शियम। दरअसल, विटामिन डी हड्डियों तक कैल्शियम पहुंचाता है। अगर विटामिन डी की कमी हो जाए तो चाहे आप कैल्शियम कितना भी खा लें वह सही तरीके से हड्डियों में नहीं जा पाएगा. यही वजह है कि विटामिन डी की कमी से हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं।

शरीर की धूप से विटामिन डी बनाने की क्षमता उम्र के साथ कम होने लगती है। बुजुर्ग लोग बाहर कम निकलते हैं और घर में अधिक समय बिताते हैं, इसलिए उनका शरीर प्राकृतिक रूप से विटामिन डी नहीं बना पाता। ऊपर से, अगर भोजन भी संतुलित नहीं होता, तो यह कमी और अधिक बढ़ जाती है। यही कारण है कि 40 की उम्र पार करते ही लोग घुटनों में झंझनाहट, जोड़ों के दर्द और हड्डियों में कमजोरी की शिकायत करने लगते हैं।

हड्डियों की कमजोरी के लक्षण

विटामिन डी की कमी का प्रभाव धीरे-धीरे दिखाई देता है। यह मांसपेशियों में दर्द, चलते समय असंतुलन, कमर या रीढ़ में दर्द और छोटी चोटों में भी हड्डियों का टूटना हो सकता है। ज्यादातर लोग इसे सिर्फ थकान या बढ़ती उम्र का असर मानकर टाल देते हैं, लेकिन समय रहते इलाज न किया जाए तो यह समस्या गंभीर हो सकती है।

धूप और खानपान का ख्याल रखना जरूरी

सुबह की हल्की धूप में रोज़ाना 1520 मिनट बैठना विटामिन डी पाने का आसान और असरदार तरीका है. इसके अलावा दूध, दही, अंडा, मछली और मशरूम जैसे खाद्य पदार्थों से भी शरीर को यह विटामिन मिलता है. अगर फिर भी शरीर में इसकी कमी बनी रहती है, तो डॉक्टर की सलाह लेकर सप्लीमेंट लेना भी जरूरी हो सकता है. इसके अलावा थोड़ा-सा ध्यान और समय पर जांच कराना भी जरूरी है।

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