क्या आप जानते हैं नंदन नीलेकणि के स्मार्टफोन में कौन कौन से ऐप्स हैं?
बिजनेस डेस्क। इन्फोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि ने क्रिप्टो कारोबार में शामिल होने से पूरी तरह इनकार किया है। उन्होंने ट्वीट किया कि कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म उनके द्वारा एक क्रिप्टो प्रोजेक्ट शुरू करने का दावा कर रहे हैं, जिसे उन्होंने फर्जी खबर करार दिया और नेटिजंस से ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक न करने को कहा। उन्होंने अपने फॉलोअर्स और ट्विटर यूजर्स से इस तरह के पोस्ट को भ्रामक/झूठी रिपोर्ट करने के लिए कहा। नीलेकणी इस तथ्य पर प्रकाश डाल रहे थे कि हमारे स्मार्टफोन हमें भरपूर जानकारी देते हैं लेकिन सोचने की क्षमता भी छीन लेते हैं।
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आधार कार्ड को लागू कराने में अहम भूमिका निभाने वाले नंदन नीलेकणी, स्मार्टफोन यूजर्स की भलाई का जिक्र कर रहे थे। नीलेकणि ने द आर्ट ऑफ बिटफुलनेस नामक एक पुस्तक लिखी है, जिसमें बताया गया है कि कैसे हम टेक्नोलॉजी का उपयोग पूरी तरह से दोष देने के बजाय अलग तरीके से सोचने के लिए कर सकते हैं। बिटफुलनेस की कला ने एक अलग रास्ता अपनाया है जो कहता है कि कैसे तकनीक हमें बेहतर सोचने में मदद कर सकती है।
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नंदन नीलेकणी ने भी अपने फोन की होम स्क्रीन शेयर करते हुए कहा कि उनके फोन में सिर्फ जरूरी ऐप्स हैं। उन्होंने सोशल मीडिया यूजर्स और उनके प्रशंसकों को अपने स्मार्टफोन की होम स्क्रीन साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने लिखा, ‘नो व्हाट्सएप, नो नोटिफिकेशन बैज। केवल आवश्यक ऐप्स।” आपको बता दें कि नंदन नीलेकणी देश के प्रतिष्ठित संस्थान इंफोसिस के संस्थापकों में से एक हैं।
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