
दिल्ली में बारिश के बाद जलभराव पर AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने BJP सरकार पर D-silting घोटाले का आरोप लगाया। जानिए क्या होगी जांच और कितने अफसर सस्पेंड हुए।
दिल्ली में भारी बारिश के चलते जलभराव और ट्रैफिक जाम की स्थिति ने राजधानी की तैयारियों की पोल खोल दी है। इस मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने BJP सरकार और अधिकारियों पर बड़ा भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि “डी-सिल्टिंग के नाम पर सिर्फ फोटो सेशन हुए हैं, जबकि ज़मीन पर कोई काम नहीं हुआ।”
जलभराव के बाद सवालों के घेरे में तैयारियां
सौरभ भारद्वाज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दिल्ली में बारिश ने बीजेपी के चारों इंजन बहा दिए। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक के जलभराव न होने के दावे पूरी तरह से विफल साबित हुए। राजधानी के विभिन्न हिस्सों में लोग घंटों तक जलभराव और ट्रैफिक जाम से परेशान रहे। “कहीं एंबुलेंस फंसी रही तो कहीं बच्चे सड़कों पर भरे पानी में नाव चला रहे थे।”
BJP नेताओं पर फोटोपॉलिटिक्स का आरोप
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि नालों की डिसिल्टिंग के नाम पर केवल औपचारिक फोटो सेशन किए गए। एलजी, सीएम, मंत्री और अधिकारी केवल कैमरे के सामने डिसिल्टिंग की ‘नौटंकी’ कर रहे थे, जबकि असल में नालों की सफाई नहीं की गई।
400 सस्पेंशन लेटर की बात अब दिखावटी निकली?
सौरभ भारद्वाज ने BJP मंत्री प्रवेश वर्मा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने दावा किया था कि जलभराव होने पर 400 अधिकारियों को निलंबित करने के लिए लेटर तैयार हैं। लेकिन अब सवाल उठता है कि जब राजधानी जलमग्न हो गई है, तो कितने अधिकारियों को वास्तव में सस्पेंड किया गया? “क्या रातों-रात किसी अधिकारी को निलंबित किया गया? अगर नहीं, तो फिर यह सारा ड्रामा किसलिए था?”
VIDEO | On issue of waterlogging on Gurugram roads, AAP Delhi convenor Saurabh Bhardwaj (@Saurabh_MLAgk) says, “Today, in WhatsApp groups across Delhi, in South Delhi clubs, and in drawing rooms, there’s a discussion going on that the middle class now feels it was a big mistake… pic.twitter.com/KAKFZbmYKc
— Press Trust of India (@PTI_News) July 11, 2025
डी-सिल्टिंग घोटाले की जांच की मांग
भ्रष्टाचार के आरोपों को गंभीर बताते हुए भारद्वाज ने कहा कि डी-सिल्टिंग के नाम पर करोड़ों रुपये के ठेके दिए गए, लेकिन काम सिर्फ कागज़ों पर हुआ। उन्होंने कहा कि बतौर मंत्री उन्होंने पहले ही इस घोटाले की शिकायत की थी। “क्या बीजेपी सरकार अब इन घोटालों की निष्पक्ष जांच कराएगी? क्या जिम्मेदार अधिकारियों को सस्पेंड किया जाएगा?”
BJP सरकार और अधिकारियों की मिलीभगत का आरोप
सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि यह पूरा मामला BJP सरकार और उच्च अधिकारियों की मिलीभगत का नतीजा है। उन्होंने कहा कि जब केंद्र सरकार के नुमाइंदे एलजी खुद बीजेपी से हैं, फिर भी कार्रवाई न होना भ्रष्टाचार को संरक्षण देना है। “अगर सब कुछ सामने है और फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही, तो स्पष्ट है कि सरकार इस भ्रष्टाचार की संरक्षक बनी हुई है।”
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