स्वास्थ्य

शरीर में मैग्नीशियम की कमी के लक्षण और सावधानियां

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण: मैग्नीशियम की कमी के कारण शरीर में थकान, मांसपेशियों में ऐंठन, दिल की धड़कन में समस्या और सुन्नपन जैसे गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं। इन्हें नजरअंदाज न करें और समय पर सही इलाज अपनाएं।

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण: मैग्नीशियम एक जरूरी मिनरल है, जो हमारे शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों में मदद करता है। यह ऊर्जा उत्पादन, मांसपेशियों का सही कामकाज, दिल की धड़कन को नियंत्रित करने और नसों के संचार में अहम भूमिका निभाता है। यदि आपकी डाइट में मैग्नीशियम की कमी हो जाए तो इससे शरीर पर गंभीर असर पड़ सकता है। आज हम मैग्नीशियम की कमी के लक्षण के बारे में जानेंगे जिन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण:

  1. मांसपेशियों में ऐंठन और मरोड़
    बार-बार मांसपेशियों में ऐंठन, मरोड़ या खिंचाव होना मैग्नीशियम की कमी का शुरुआती संकेत हो सकता है। यह मिनरल मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है। कमी से मांसपेशियों में दर्द, सिकुड़न और नसों में गड़बड़ी हो सकती है।

  2. थकान और कमजोरी
    अगर आराम के बावजूद शरीर में थकान और कमजोरी महसूस हो रही है, तो यह मैग्नीशियम की कमी का संकेत हो सकता है। मैग्नीशियम ऊर्जा उत्पादन में सहायक होता है, इसलिए इसकी कमी से शरीर की ऊर्जा स्तर गिर जाती है।

  3. अनियमित दिल की धड़कन
    दिल की धड़कन का अनियमित होना, तेज या धीमी गति से चलना, छाती में भारीपन महसूस होना मैग्नीशियम की कमी के संकेत हैं। यह मिनरल दिल के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।

  4. सुन्नपन और झुनझुनी
    हाथ, पैर या चेहरे में झुनझुनी या सुन्नपन महसूस होना भी मैग्नीशियम की कमी का परिणाम हो सकता है। यह नसों के सही कामकाज में बाधा डालता है।

  5. चॉकलेट या नमक खाने की इच्छा
    यदि बार-बार डार्क चॉकलेट या नमकीन खाने का मन करता है तो यह भी मैग्नीशियम की कमी का संकेत हो सकता है। चॉकलेट मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत है, और शरीर इसे भरने के लिए ऐसी craving करता है।

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कैसे बचें मैग्नीशियम की कमी से?

  • मैग्नीशियम युक्त आहार जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स, बीज, दालें, और साबुत अनाज खाएं।

  • प्रोसेस्ड फूड और जंक फूड से बचें।

  • अगर जरूरत हो तो डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।

  • तनाव कम करें और नियमित व्यायाम करें जिससे शरीर की मांसपेशियां और नसें स्वस्थ रहें।

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