उत्तराखंड ड्रग्स विरोधी अभियान: उत्तराखंड में ड्रग्स के खिलाफ ऑपरेशन कालनेमि जैसे कड़े अभियान की तैयारी, ढाबे और रेस्टोरेंट होंगे विशेष जांच के दायरे में

उत्तराखंड ड्रग्स विरोधी अभियान: उत्तराखंड सरकार ने ऑपरेशन कालनेमि की तरह ड्रग्स के खिलाफ अभियान तेज किया। मेडिकल और तकनीकी संस्थानों के आसपास ढाबे, रेस्टोरेंट में छापेमारी और निगरानी बढ़ाई जाएगी।
उत्तराखंड ड्रग्स विरोधी अभियान: उत्तराखंड सरकार ने नशे के बढ़ते खतरे को देखते हुए ड्रग्स के खिलाफ कड़ा अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। ऑपरेशन कालनेमि की तर्ज पर अब राज्य के मेडिकल, तकनीकी और उच्च शिक्षण संस्थानों के आसपास स्थित ढाबे, रेस्टोरेंट और अन्य स्थलों पर निगरानी और छापामारी तेज की जाएगी। यह सभी स्थान पुलिस और प्रशासन की सतत नजर में रहेंगे ताकि नशे के कारोबार को रोकने में सफलता मिल सके।
मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने नशा विरोधी अभियान की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस अभियान को और अधिक प्रभावी और सख्त बनाया जाए। उन्होंने कहा कि नशे के मामलों में सूचना का इंतजार किए बिना पुलिस और प्रशासन को सक्रिय रहकर जांच और कार्रवाई करनी चाहिए। विशेष रूप से तकनीकी, मेडिकल व अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों के आसपास पुलिस की सतर्कता बढ़ाने पर जोर दिया गया।
Also Read: https://newz24india.com/cm-pushkar-singh-dhami-met-pm-modi/
मुख्य सचिव ने कहा कि यदि उच्च शिक्षण संस्थानों के आस-पास कोई व्यक्ति नशे में पाया जाता है, तो उसका सैंपल लेकर जांच कराई जाए ताकि ड्रग्स के स्रोत का पता लगाया जा सके। इसके अलावा, जिन संस्थानों द्वारा ड्रग्स विरोधी अभियान में सहयोग नहीं किया जा रहा, उन पर एनडीपीएस एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ड्रग्स के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए मुख्य सचिव ने सामाजिक संगठनों, युवाओं और मंगल दलों को अभियान में शामिल करने के निर्देश दिए। शिक्षण संस्थानों में शॉर्ट वीडियो के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे ताकि नशे की समस्या को रोकने में व्यापक सहयोग मिल सके।
इस बैठक में स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, अपर सचिव गृह निवेदिता कुकरेती सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
For More English News: http://newz24india.in