धर्म

सावन के खास उपहार: सावन में बच्चों को जरूर दें ये खास उपहार, भगवान शिव होंगे प्रसन्न और भर देंगे भंडार

सावन के खास उपहार: सावन में बच्चों को डमरू या त्रिशूल जैसे भगवान शिव से जुड़े उपहार देने से मिलती है भगवान की विशेष कृपा। जानिए कैसे यह शुभ कार्य बढ़ाता है सुख-शांति और समृद्धि।

सावन के खास उपहार: सावन माह भगवान शिव को अत्यंत प्रिय माना जाता है। यह महीना शिव-शिव परिवार की पूजा और भक्ति का पावन समय होता है। इसी माह में कांवड़ यात्रा निकाली जाती है और शिवलिंग की विशेष आराधना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन के दौरान भगवान शिव से जुड़े वस्तुओं का दान करना और उपहार स्वरूप देना विशेष पुण्यकारी होता है। इससे शिवजी की असीम कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है। यदि आप इस सावन में किसी बच्चे को डमरू या त्रिशूल जैसा उपहार देते हैं, तो यह कार्य आपको मानसिक, पारिवारिक और आर्थिक रूप से लाभ पहुंचा सकता है।

भगवान शिव को प्रिय वस्तुओं का दान करें

भगवान शिव को डमरू और त्रिशूल अत्यंत प्रिय हैं। डमरू शिवजी का प्रमुख वाद्य यंत्र माना जाता है, जिसकी ध्वनि नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और मन को शांति प्रदान करने का माध्यम होती है। सावन में यदि आप किसी बच्चे को डमरू उपहार स्वरूप देते हैं तो इससे शिवजी प्रसन्न होते हैं और आपको विशेष आशीर्वाद देते हैं। वहीं, त्रिशूल भगवान शिव का हथियार है, जिसे मंदिर में चढ़ाने से भी भगवान की कृपा मिलती है और घर-परिवार में खुशहाली आती है।

डमरू घर में रखने के फायदे

डमरू को घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। इसके अलावा, डमरू की मधुर आवाज़ मानसिक तनाव को कम करती है और मन को शांति प्रदान करती है। सावन में बच्चों को डमरू देना भी शुभ माना जाता है क्योंकि इससे बच्चों का मन शांत रहता है और उनके आस-पास सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

सावन के खास उपहार देने का महत्व

सावन में भगवान शिव से जुड़ी चीजें दान करने या उपहार देने का विशेष महत्व है। ऐसा करने से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। यह शुभ कार्य पारिवारिक जीवन में सुख-समृद्धि, मानसिक शांति और आर्थिक प्रगति लाता है। इस सावन अपने परिवार और बच्चों को भगवान शिव से जुड़ी वस्तुएं उपहार में दें और भगवान की विशेष कृपा का लाभ उठाएं।

ALSO READ:- इन जगहों पर सावन की पहली एकादशी पर जलाएं दिए, बनाएं अपनी…

Related Articles

Back to top button