पंजाब में आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को मज़बूत करने के उद्देश्य से एक अहम पहल की गई है। राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने घोषणा की है कि पटियाला स्थित सरकारी राजिंद्र अस्पताल को अब ब्रेन स्ट्रोक (लकवे) के इलाज के लिए एक विशेष केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। यह निर्णय राज्य में स्वास्थ्य सेवा ढांचे को आधुनिक और प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
डॉ. बलबीर सिंह ने यह घोषणा श्री गुरु नानक देव जी सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में आयोजित एक समीक्षा बैठक के दौरान की। इस बैठक में स्ट्रोक देखभाल के लिए प्रस्तावित रणनीति पर चर्चा की गई, जिसमें वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम के साथ-साथ सरकारी मेडिकल कॉलेज, पटियाला के प्रिंसिपल डॉ. आर.पी.एस. सिबिया और राजिंद्र अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विशाल चोपड़ा भी शामिल रहे।
हब-एंड-स्पोक मॉडल के तहत होगा मरीजों का उपचार- डॉ. बलबीर सिंह
मंत्री ने बताया कि यह स्ट्रोक के मामलों में तेज़ और प्रभावशाली इलाज सुनिश्चित करने के लिए हब-एंड-स्पोक मॉडल पर आधारित होगा। इसके तहत राजिंद्र अस्पताल “हब” के रूप में कार्य करेगा, जबकि आस-पास के ज़िलों में स्थित अस्पताल “स्पोक” की भूमिका निभाएँगे। मरीज़ों को पहले स्पोक केंद्रों पर प्रारंभिक देखभाल जैसे ईसीजी और जीवनरक्षक दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, और फिर उन्हें तुरंत राजिंद्र अस्पताल भेजा जाएगा।
Patiala Will Be a New Stroke Hub
To ensure rapid and improved treatment for brain stroke patients , Government Rajindra Hospital in Patiala is poised to become the region’s dedicated Brain Stroke Treatment Hub. Developed a crucial strategy today with leading medical… pic.twitter.com/vmbqUXgxXn
— Dr Balbir Singh (@AAPbalbir) July 24, 2025
दिल का दौरा उपचार मॉडल से मिली प्रेरणा
डॉ. बलबीर सिंह ने बताया कि पटियाला पहले से ही हृदयाघात (Heart Attack) के इलाज के लिए इसी मॉडल के तहत सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है। इस प्रणाली ने अब तक 583 मरीजों की जान बचाई है और 700 से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है। उसी सफलता को ध्यान में रखते हुए अब स्ट्रोक के लिए भी यही मॉडल अपनाया जा रहा है।
सरकारी अस्पतालों में मिलेगा निजी अस्पतालों जैसा इलाज- निःशुल्क
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि फोर्टिस या मैक्स जैसे निजी अस्पतालों में जो अत्याधुनिक स्ट्रोक उपचार प्रणाली उपलब्ध है, अब वही गुणवत्ता और सुविधा सरकारी राजिंद्र अस्पताल में भी मुफ्त में दी जाएगी। इस कदम से आम जनता को महंगे इलाज के लिए निजी अस्पतालों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवा के लिए सरकार प्रतिबद्ध
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार स्वास्थ्य सेवा को सार्वभौमिक अधिकार के रूप में देख रही है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार एक सार्वभौमिक स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू कर रही है, जो सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करेगी। साथ ही, प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक स्वास्थ्य प्रणालियों को भी लगातार मज़बूत किया जा रहा है।
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विशेष जरूरत वाले बच्चों के लिए भी योजनाएँ तैयार
स्वास्थ्य मंत्री ने इस अवसर पर यह जानकारी भी दी कि राज्य सरकार ने श्रवण और वाणी दोष से पीड़ित बच्चों के लिए कॉक्लियर इम्प्लांट और बोन मैरो ट्रांसप्लांट जैसी आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं की योजनाएँ भी तैयार की हैं। इन प्रयासों का उद्देश्य ऐसे बच्चों को एक समावेशी और सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर देना है।
राज्यव्यापी स्वास्थ्य सुधारों पर चल रहा है कार्य
समीक्षा बैठक के दौरान विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी चुनौतियों और सुधार की संभावनाओं पर चर्चा की। डॉ. बलबीर सिंह ने आश्वस्त किया कि पंजाब सरकार जनता के लिए सुलभ, समावेशी और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।
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