सीएम भगवंत मान ने शहीद ऊधम सिंह के शहादत दिवस पर जलियांवाला बाग कांड और नशे की समस्या पर इशारों-इशारों में बड़ा राजनीतिक बयान दिया। पढ़ें पूरी खबर।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शहीद ऊधम सिंह की शहादत के मौके पर सुनाम में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान इशारों-इशारों में कई बड़ी बातें कह दीं। मुख्यमंत्री ने जलियांवाला बाग कांड और उस पर हुए राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर जमकर तीखा रुख अपनाया।
शहीद ऊधम सिंह की शहादत को याद किया
मुख्यमंत्री मान ने शहीद ऊधम सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए बताया कि किस प्रकार उन्होंने ब्रिटिश अधिकारी माइकल ओ’ ड्वायर को मारकर जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लिया था। उन्होंने शहीद की वीरता को याद करते हुए कहा कि उनकी शहादत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रेरणा रही है।
ਪੰਜਾਬ ਦੀ ਧਰਤੀ ਦੇ ਅਣਖੀ ਯੋਧੇ ਸ਼ਹੀਦ ਊਧਮ ਸਿੰਘ ਜੀ ਨੂੰ ਉਹਨਾਂ ਦੇ 86ਵੇਂ ਸ਼ਹਾਦਤ ਦਿਵਸ ਮੌਕੇ ਸੁਨਾਮ ਊਧਮ ਸਿੰਘ ਵਾਲਾ ਵਿਖੇ ਸ਼ਰਧਾਂਜਲੀ ਦਿੱਤੀ। ਸ਼ਹੀਦ ਊਧਮ ਸਿੰਘ ਜੀ ਨੇ ਆਪਣੇ ਨਿੱਜ ਅਤੇ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਦੇ ਰੁਝੇਵਿਆਂ ਨੂੰ ਤਿਆਗ ਕੇ ਸੀਨੇ ‘ਚ ਬਦਲੇ ਦੀ ਅੱਗ ਬਾਲ ਕੇ 21 ਸਾਲ ਆਪਣੇ ਮਕਸਦ ਨੂੰ ਦਿੱਤੇ। ਇਹੋ ਜਿਹੇ ਮਹਾਨ ਸੂਰਮਿਆਂ ਦੀ ਕੁਰਬਾਨੀ… pic.twitter.com/z7y1fyBKNF
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) July 31, 2025
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अंग्रेजों के पिट्ठुओं को ‘सर’ की उपाधि मिली
भगवंत सिंह मान ने अपने भाषण में अंग्रेजों द्वारा अपने सहयोगियों को ‘सर’ की उपाधि दिए जाने का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि जलियांवाला बाग हत्याकांड के दिन एक व्यक्ति ने जनरल डायर को रात का खाना खिलाया था, जिसके बदले में उसे अंग्रेजों ने बड़ी मात्रा में ज़मीनें दी थीं और उसे भी ‘सर’ की उपाधि मिली। मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी इशारा किया कि आज उसी व्यक्ति का एक ‘होनहार’ नाभा में बैठा है।
नशे को लेकर बड़ा हमला
सीएम मान ने बिना किसी का नाम लिए राजनीतिक जमीन पर भी बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पहले तो गोली चलाने वालों को सम्मानित किया गया, लेकिन बाद में युवाओं को नशे की गोलियां खिलाई गईं। यह बयान स्पष्ट रूप से पंजाब में नशे की समस्या और राजनीतिक जड़ता पर कटाक्ष था।
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