मनोरंजनट्रेंडिंग

बिग बॉस मलयालम फेम जैस्मिन जाफर ने गुरुवायुर मंदिर वीडियो विवाद पर मांगी माफी, मंदिर में हुआ शुद्धिकरण

मलयालम बिग बॉस फेम जैस्मिन जाफर ने गुरुवायुर मंदिर के पवित्र तालाब में पैर धोने वाले वीडियो विवाद के बाद माफी मांगी। मंदिर प्रशासन ने शुद्धिकरण कर श्रद्धालुओं के लिए तालाब बंद किया। जानिए पूरी खबर।

मलयालम बिग बॉस सीजन 6 की कंटेस्टेंट जैस्मिन जाफर हाल ही में एक वीडियो को लेकर विवादों में घिर गईं, जिसमें वह गुरुवायुर श्रीकृष्ण मंदिर के पवित्र तालाब में पैर धोती नजर आ रही थीं। इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही भारी विवाद खड़ा हो गया, जिसके बाद मंदिर प्रशासन और भक्तों ने कड़ी आपत्ति जताई।

क्या है पूरा मामला?

जैस्मिन जाफर ने त्रिशूर स्थित प्रसिद्ध गुरुवायुर मंदिर में एक रील शूट की थी, जिसमें वह मंदिर परिसर के अंदर स्थित पवित्र तालाब (कुंड) में पैर धोती हुई दिखीं। यह तालाब धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र माना जाता है और इसका उपयोग विशेष पारंपरिक अनुष्ठानों और देवताओं के स्नान के लिए किया जाता है।

गौरतलब है कि यह मंदिर गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए भी जाना जाता है। ऐसे में जैस्मिन द्वारा तालाब में पैर धोने और उस पल को रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर शेयर करने को लेकर श्रद्धालु आक्रोशित हो गए। मंदिर के प्रबंधक ओ बी अरुण कुमार ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद इस मामले ने और तूल पकड़ लिया।

जैस्मिन जाफर ने मांगी माफी, वीडियो किया डिलीट

विवाद बढ़ने के बाद जैस्मिन जाफर ने इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए माफी मांगते हुए लिखा: “जो लोग मुझे प्यार करते हैं और बाकी सभी लोग… मैं समझती हूं कि जो वीडियो मैंने बनाया उससे परेशानी हुई है। मैं जानबूझकर किसी को हर्ट या विवाद नहीं पैदा करना चाहती थी। मैं अपनी गलती की दिल से माफी मांगती हूं और यह गलती अनजाने में हुई।”

also read:- शिखर पहाड़िया का ‘सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी’ Motion…

जैस्मिन ने विवादित वीडियो को भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट से हटा दिया है और यह स्पष्ट किया कि उनकी मंशा किसी भी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने की नहीं थी।

मंदिर प्रशासन ने कराया शुद्धिकरण, हाई कोर्ट के आदेश का उल्लंघन

गुरुवायुर मंदिर प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मंदिर परिसर को श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दिया और तालाब का विधिवत शुद्धिकरण करवाया। अधिकारियों के अनुसार, केरल हाई कोर्ट के आदेश के मुताबिक, मंदिर परिसर में केवल धार्मिक अनुष्ठान और शादियों की रिकॉर्डिंग की अनुमति है। अन्य किसी भी प्रकार की शूटिंग पर प्रतिबंध है।

पुलिस जांच में जुटी

गुरुवायुर पुलिस ने पुष्टि की है कि जैस्मिन के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है और इस मामले की जांच चल रही है। नियमों के उल्लंघन और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई संभव है।

For More English News: http://newz24india.in

Visit WhatsApp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029Vb4ZuKSLSmbVWNb1sx1x

Related Articles

Back to top button