https://support.google.com/news/publisher-center/answer/13060993
विज्ञान-टेक्नॉलॉजी

UIDAI New Update: आधार फोटोकॉपी पर जल्द ही लगेगा बैन! UIDAI ला रहा QR-कोड से नई पहचान प्रणाली

UIDAI New Update: UIDAI ने आधार फोटोकॉपी पर बैन की घोषणा की! अब QR-कोड से तुरंत और सुरक्षित पहचान संभव, जानें नई प्रक्रिया, रजिस्ट्रेशन और फायदे।

UIDAI New Update: लंबे समय से, पहचान देने के लिए आधार कार्ड की फोटोकॉपी देना आम बात बन चुकी थी। चाहे होटल चेक-इन हो, मोबाइल रिचार्ज करना हो, ऑफिस या इवेंट में एंट्री—लगभग हर जगह आधार की कॉपी मांगी जाती थी। यह प्रक्रिया इतनी सामान्य हो गई थी कि लोगों ने इसे केवल टिकट दिखाने जैसा समझ लिया था।

लेकिन अब UIDAI इस प्रक्रिया को पूरी तरह बदलने जा रहा है। PTI की रिपोर्ट के अनुसार, UIDAI जल्द ही एक नया नियम लागू करेगा, जिसके तहत आधार की फिजिकल फोटोकॉपी लेना और स्टोर करना बंद कर दिया जाएगा। इस बदलाव से देशभर में पहचान वेरिफिकेशन का तरीका डिजिटल और सुरक्षित हो जाएगा।

फोटोकॉपी बैन का कारण

आधार नंबर संवेदनशील जानकारी है। हजारों फोटोकॉपी बिना सुरक्षा के विभिन्न स्थानों पर रखी जाती हैं—किसी होटल की दराज में, किसी स्टोर के फाइल कैबिनेट में या ऑफिस के स्टोरेज रूम में। UIDAI का उद्देश्य इन असुरक्षित प्रथाओं को खत्म करना और आपकी निजी जानकारी को सुरक्षित रखना है।

also read: भारत में जल्द शुरू होगी Starlink की सेवा, एलन मस्क ने दी…

QR-कोड से होगी पहचान

हर आधार कार्ड पर मौजूद QR-कोड में एन्क्रिप्टेड आधार जानकारी होती है। इस कोड को स्कैन करके पहचान तुरंत सत्यापित की जा सकती है, बिना आपका पूरा आधार नंबर दिखाए। यह तरीका न केवल सुरक्षित है बल्कि फोटोकॉपी की तरह दुरुपयोग की संभावना को भी समाप्त कर देता है।

UIDAI एक ऐसा ऐप भी तैयार कर रहा है, जिससे संस्थान बिना इंटरनेट या डेटाबेस कनेक्शन के भी आधार वेरिफाई कर सकेंगे। यानी होटल चेक-इन या किसी अन्य सेवा का सत्यापन सिर्फ QR स्कैन से संभव होगा।

UIDAI में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य

अब सभी संस्थाओं—चाहे वह होटल, टेलीकॉम कंपनी, बैंक या इवेंट ऑर्गनाइजर हों—को UIDAI में रजिस्टर होना आवश्यक होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद ही वे QR-आधारित वेरिफिकेशन टूल्स का उपयोग कर पाएंगे। इससे देशभर में पहचान सत्यापन की प्रक्रिया एकसमान, ट्रैक करने योग्य और सुरक्षित बनेगी।

नियम जल्द लागू होगा

UIDAI के CEO के अनुसार, नया नियम मंजूर हो चुका है और जल्दी ही अधिसूचित किया जाएगा। इसका मतलब है कि पहचान वेरिफिकेशन का पुराना तरीका अब समाप्त होने वाला है। उपयोगकर्ताओं के लिए इसका फायदा है—कम कागज़, ज्यादा सुरक्षा और कम जोखिम। संस्थाओं के लिए यह आधुनिक और भरोसेमंद पहचान प्रणाली का हिस्सा बनने का अवसर है।

For English News: http://newz24india.in

Related Articles

Back to top button