विदेश मंत्री अनीता आनंद की पीएम मोदी से मुलाकात, भारत-कनाडा संबंधों में नई ऊर्जा का संचार
कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद ने पीएम मोदी और एस. जयशंकर से मुलाकात कर भारत-कनाडा संबंधों को नई दिशा देने पर चर्चा की। दोनों देशों ने व्यापार, तकनीक, ऊर्जा और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का रोडमैप तैयार किया।
कनाडा की विदेश मंत्री अनीता आनंद ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की। यह उनकी भारत की पहली आधिकारिक यात्रा है, जो मई 2025 में पदभार ग्रहण करने के बाद हो रही है। इस मुलाकात को भारत-कनाडा द्विपक्षीय संबंधों को पुनर्जीवित करने और नई दिशा देने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) द्वारा जारी बयान के अनुसार, पीएम मोदी ने अनीता आनंद का स्वागत करते हुए कहा कि उनका यह दौरा भारत और कनाडा के बीच सहयोग को नई गति प्रदान करेगा। उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार, ऊर्जा, तकनीक, कृषि और जन-संपर्क जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने जून में G7 सम्मेलन के दौरान कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ हुई “बेहद उत्पादक” मुलाकात का भी उल्लेख किया। उन्होंने कार्नी को अपनी शुभकामनाएं देते हुए आगामी द्विपक्षीय संवाद की उम्मीद जताई।
जयशंकर और आनंद के बीच द्विपक्षीय वार्ता
इससे पहले अनीता आनंद ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी बैठक की। जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध हाल के महीनों में आगे बढ़े हैं और अब उन्हें और मजबूत करने की दिशा में काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों ने एक महत्वाकांक्षी रोडमैप तैयार किया है, जिसमें व्यापार, निवेश, विज्ञान और तकनीक, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), महत्वपूर्ण खनिज, ऊर्जा और सिविल न्यूक्लियर सहयोग जैसे क्षेत्रों में साझेदारी को बढ़ाने पर बल दिया गया है।
जयशंकर ने यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण एक सकारात्मक और व्यावहारिक सोच के साथ सहयोग को आगे बढ़ाने का है।
also read:- पीएम मोदी ने किसानों को दी ₹35,000 करोड़ की सौगात, बोले- पिछली सरकारों ने खेती को उसके हाल पर छोड़ दिया
कनाडा की विदेश मंत्री आनंद का बयान
विदेश मंत्री अनीता आनंद ने भी भारत सरकार के गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि कनाडा-भारत संबंधों को मजबूत करने का यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। आनंद ने कहा:
“हम विविधता, बहुलता और खुलेपन की भावना साझा करते हैं। यही हमारे दीर्घकालिक और घनिष्ठ संबंधों की नींव है।”
उन्होंने दोनों देशों के बीच सुरक्षा और कानून प्रवर्तन संवाद को भी महत्वपूर्ण बताया और कहा कि हाल ही में हुए अधिकारियों के बीच संवाद उपयोगी और सफल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और कनाडा के बीच सहयोग हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझा प्राथमिकताओं पर आधारित है और यह संयुक्त बयान हमारे साझा इरादों को दर्शाता है।
तनाव के बाद पुन: जुड़ाव की शुरुआत
अनीता आनंद की यह यात्रा भारत और कनाडा के बीच 2023 में उत्पन्न तनाव के बाद हो रही है। उल्लेखनीय है कि उस वर्ष कनाडा के तत्कालीन प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भूमिका होने का आरोप लगाया था। इस घटना के बाद दोनों देशों के रिश्तों में खटास आ गई थी।
हालांकि, आनंद की यह यात्रा दोनों देशों के बीच डिप्लोमैटिक डैमेज कंट्रोल की दिशा में एक प्रयास के रूप में देखी जा रही है। अब दोनों पक्ष इस तनाव को पीछे छोड़कर आर्थिक, तकनीकी और सुरक्षा के क्षेत्रों में सहयोग को नया आयाम देने के प्रयास में हैं।
For More English News: http://newz24india.in
Visit WhatsApp Channel: https://whatsapp.com/channel/0029Vb4ZuKSLSmbVWNb1sx1x



