AAP ने बीजेपी और एलजी वीके सक्सेना पर साधा निशाना:-
AAP News: बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास को सील कर दिया गया, जिससे आतिशी को उनके निजी आवास पर शिफ्ट होना पड़ा। आम आदमी पार्टी ने एलजी और भाजपा पर आरोप लगाया कि वे सेवा का भाव नहीं छीन सकते और जबरन सामान निकालकर सीएम आतिशी का घर खाली कर दिया।
बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास को बंद कर दिया गया था। आम आदमी पार्टी का दावा है कि भाजपा ने एलजी को दिल्ली सीएम आवास से सीएम आतिशी के सामान को बाहर निकाला है। दिल्ली सरकार और एलजी के इस आदेश को लेकर चल रहे संघर्ष के बीच आज आम आदमी पार्टी ने कुछ फोटो पोस्ट किए हैं। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी अपने निजी घर पर अपने सामान के साथ चित्रित हैं। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि सीएम आतिशी का सामान बाहर फिकवा सकते हैं, लेकिन जनता की सेवा करने और काम करने की भावना नहीं छीन सकते।
ये होता है जनता के लिए काम करने का जज़्बा 👏💯
BJP के LG दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री @AtishiAAP जी का आवास छीनकर CM House से उनका सामान तो बाहर फिकवा सकते हैं लेकिन जनता की सेवा और काम करने के जज्बे को नहीं छीन सकते।
आम आदमी पार्टी की सरकार तमाम बाधाओं और मुश्किलों से लड़ते हुए… pic.twitter.com/ZQ1lUgyD0a
— AAP (@AamAadmiParty) October 10, 2024
फाइलों पर हस्ताक्षर करती दिखी आतिशी
दिल्ली की सीएम आतिशी को भी अपने पैकेड सामान के बीच फाइलों पर साइन करते देखा गया। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी अपने सामान के साथ अपने निजी आवास पर हैं। आम आदमी पार्टी ने सीएमओ के हैंडल से आतिशी की तीन तस्वीरें पोस्ट की हैं। बुधवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री अतिशी के कार्यालय ने कहा कि यह देश में पहली बार है कि मुख्यमंत्री आवास खाली कराया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि उपराज्यपाल ने भाजपा के निर्देश पर सीएम आतिशी के सामान को सीएम आवास से बाहर निकाला है।
आम आदमी पार्टी ने साधा निशाना
आम आदमी पार्टी ने अपने पूर्व हैंडल से बीजेपी और एलजी वीके सक्सेना को घेरते हुए कहा कि ये जनता के लिए काम करने का जज्बा है। भाजपा के एलजी दिल्ली की महिला मुख्यमंत्री आतिशी का घर तो छीन सकते हैं और सीएम हाउस से उनके सामान बाहर फिकवा सकते हैं, लेकिन जनता की सेवा और कार्य करने की भावना को नहीं छीन सकते। आम आदमी पार्टी की सरकार तमाम बाधाओं और मुश्किलों से लड़ते हुए अंतिम सांस तक दिल्ली की जनता की सेवा करती रहेगी और उनके हक और अधिकार की लड़ाई लड़ती रहेगी।