दिल्ली

AIIMS क्या कंगाल हो गया? सर्जरी के लिए मरीजों को बाहर से खरीदने को कहा जा रहा सामान

AIIMS दिल्ली: AIMS, देश के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज में मरीज आखिरी उम्मीद लेकर आते हैं। लेकिन अस्पताल के हार्ट सर्जरी विभाग में पिछले कुछ दिनों से कई प्रश्न उठ रहे हैं। हालाँकि, सर्जरी के उपकरणों की कमी से मरीजों की सर्जरी टाली जा रही है। मरीजों को बाहर से सामान खरीदने को कहा जाता है। अस्पताल के डॉक्टरों ने प्रशासन को सभी परेशानियों से अवगत कराया है, लेकिन समस्या जारी है। वहीं, कार्डियोलॉजी में मेक इन इंडिया उत्पादों की कमी से स्टेंटिंग प्रभावित हो रही है।

 

कार्डिएक सर्जरी विभाग में भी सामान की कमी के कारण सर्जरी टल गई है, हार्ट सर्जरी से जुड़े सूत्रों ने बताया। बताया जा रहा है कि अस्पताल प्रशासन इस बारे में पूरी जानकारी रखता है। डॉक्टर ने कहा कि अस्पताल को ऑपरेशन थियेटर से संबंधित सामान उपलब्ध कराना चाहिए। जो सामान कंपनी प्रदान करती है जब उसका टेंडर खत्म हो जाता है, तो उसे दूसरा रास्ता खोजना पड़ता है। डॉक्टर ने कहा कि मरीज को अब बाहर से सामान खरीदना पड़ रहा है। यह एम्स पर प्रश्नचिन्ह लगाता है।

 

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मरीज की जेब पर सीधा प्रभाव
सूत्रों ने बताया कि एम्स बाईपास सर्जरी में आवश्यक ट्यूब प्रदान करता है और इसकी कीमत दो हजार रुपये है। लेकिन मरीज को बाहर से यही सामान खरीदने पर छह हजार रुपये से अधिक खर्च होगा। मरीजों के साथ यह अन्याय है। इस पर सोचना चाहिए और समस्या का जल्द से जल्द समाधान निकालना चाहिए। दूसरी ओर, एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग को मेक इन इंडिया के तहत निर्मित उत्पादों का उपयोग करने का आदेश दिया गया है। लेकिन गाइडलाइन अभी नहीं आने से प्रोसीजर प्रभावित हो रहा है। इससे कई रूटिन प्रोसीजर प्रभावित हुए। विभाग के एक डॉक्टर ने कहा कि गाइडलाइन बन रही है और जल्द ही इसका समाधान होगा। वहीं, एम्स प्रशासन ने इस पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है।

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