Arthritis In Children: ज्यादातर वयस्कों में गठिया होता है, विशेष रूप से 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में।लेकिन आज भी बच्चे इसका शिकार हैं। बच्चों में जुवेनाइल इडियोपैथिक अर्थराइटिस (JIA) गठिया होता है।
Arthritis In Children: जोड़ों की सूजन और दर्द को गठिया (अर्थराइटिस) कहते हैं। यह कई तरह की स्थितियों का एक समूह है जो जोड़ों को नुकसान पहुंचाती हैं और दर्द, सूजन और अकड़न पैदा करती हैं। यह अधिकांश वयस्कों में होता है, विशेष रूप से 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में।लेकिन आज भी बच्चे इसका शिकार हैं। बच्चों में जुवेनाइल इडियोपैथिक अर्थराइटिस (JIA) गठिया होता है। यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है जहाँ शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से अपने ही स्वस्थ ऊतकों और कोशिकाओं पर हमला करती है, खासकर जोड़ों में। चलिए जानते हैं ऐसा क्यों होता है और बचाव के लिए क्या करना चाहिए?
बच्चों में गठिया के कारण
आनुवंशिक कारक: कुछ बच्चों में ऐसी आनुवंशिक प्रवृत्ति हो सकती है जो उन्हें इस बीमारी के प्रति अधिक संवेदनशील बनाती है। यदि रुमेटीइड गठिया जैसी ऑटोइम्यून बीमारियां एक परिवार में मौजूद हैं, तो बच्चे में जुवेनाइल इडियोपैथिक अर्थराइटिस विकसित होने का खतरा थोड़ा अधिक हो सकता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली में असंतुलन: जुवेनाइल इडियोपैथिक अर्थराइटिस में जोड़ों में सूजन और क्षति होती है क्योंकि प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के अपने ऊतकों को बाहरी शत्रुओं से अलग नहीं कर पाती है।
पुरानी चोट: पुराने जोड़ों की चोटें या खेलते समय लगने वाली चोटें भी किशोर गठिया का कारण हो सकते हैं।
मोटापा: वसा या मोटापा जोड़ों पर अधिक दबाव डाल सकता है, जो ऑस्टियोआर्थराइटिस का खतरा बढ़ा सकता है।
गठिया से बचने के उपाय:
बच्चे को डॉक्टर को तुरंत दिखाना चाहिए अगर उसके जोड़ों में दर्द, सूजन या अकड़न हो रहा है। जोड़ों को स्वस्थ रखने के लिए एक संतुलित आहार लें जो पोषक तत्वों से भरपूर हो। नियमित रूप से व्यायाम करें, लेकिन जोड़ों पर बहुत जोर न दें। जोड़ों को हिलाने और खींचने के लिए हल्के व्यायाम करें, लेकिन दर्द होने पर बंद कर दें। धूप में कुछ समय बिताने से शरीर में विटामिन डी का स्तर बढ़ता है, जो जोड़ों के लिए फायदेमंद होता है।