दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने सुप्रीम कोर्ट से आठ से बारह सप्ताह की मोहलत की मांग की क्योंकि वे यूट्यूबर ध्रुव राठी का एक वीडियो शेयर करके मानहानि केस का सामना कर रहे हैं। 6 सप्ताह के लिए टल गई सुनवाई।
दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ने सुप्रीम कोर्ट से आठ से बारह सप्ताह की मोहलत की मांग की क्योंकि वे यूट्यूबर ध्रुव राठी का एक वीडियो शेयर करके मानहानि केस का सामना कर रहे हैं। इसके बाद, न्यायालय ने सुनवाई को छह सप्ताह के लिए टाल दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने इस दौरान कहा कि वे खेद जताने को तैयार हैं, लेकिन शिकायतकर्ता की शर्तों पर नहीं।
भाजपा नेता सुरेश नखुआ ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर मानहानि का केस दायर किया था क्योंकि उन्होंने ध्रुव राठी का एक यूट्यूब वीडियो एक्स पर शेयर किया था। ध्रुव राठी ने उन पर झूठे आरोप लगाते हुए एक वीडियो बनाया, जिसे केजरीवाल ने साझा करके उनकी मानहानि की है। केजरीवाल की याचिका पर जस्टिस संजीव खन्ना, पीवी संजीव कुमार और आर महादेवन ने सुनवाई की। 26 फरवरी को अदालत ने शिकायतकर्ता से पूछा कि क्या वह अपना केस वापस लेने को तैयार हैं अगर केजरीवाल माफी मांगते हैं?
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को केजरीवाल की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘उनकी जिंदगी में बहुत कुछ चल रहा है। एक ट्वीट के मामले को ही देखना बाकी था। उन्होंने मामले को आठ से बारह सप्ताह तक स्थगित करने की मांग करते हुए कहा कि वह अदालत को जो भी होगा उसे बताएंगे।
शिकायतकर्ता का अधिवक्ता राघव अवस्थी ने कहा, ‘मुझे एक ड्राफ्ट माफीनामा मिला है। मैं दो सप्ताह का समय चाहता हूँ। इस मामले में अनंत समय नहीं मिल सकता। सिंघवी ने इसके जवाब में कहा, ‘हम दुख जाहिर करने जा रहे हैं, लेकिन वैसे नहीं जैसे वह चाहते हैं।दोनों पक्षों को सुनने के बाद जस्टिस खन्ना ने मामले को छह सप्ताह में सूचीबद्ध करने का आदेश दिया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले के मामले में जेल में रखा गया है। उन्होंने जमानत के लिए भी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।