Ayodhya में लाखों लोगों ने जानकी जन्मोत्सव में लिया भाग, हो रहा भव्य आयोजन
Ayodhya के मठ मंदिरों में धूमधाम से मनाया जा रहा माता जानकी का जन्मोत्सव..
Ayodhya के मठ मंदिरों में माता जानकी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है, श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया। प्रभु राम का जन्मदिन मनाया जाता है, और माता जानकी का जन्मदिन भी मनाया जाता है।
भगवान राम की नगरी में रामलला के जन्म के बाद अब मां जानकी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। Ayodhya के प्रमुख मठ मंदिरों में आज सुबह से ही जानकी जन्मोत्सव की तैयारियां चल रही हैं। मां जानकी की पूजा की जा रही है। विभिन्न वैदिक विद्वानों और ब्राह्मणों ने धार्मिक अनुष्ठान किया है। चैत्र की नवमी को भगवान श्री राम का जन्म होता है, और वैशाख की नवमी को मां जानकी का जन्म होता है। आज Ayodhya के राम जानकी मंदिरों में जानकी जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। किंतु आज जानकी जन्मोत्सव भगवान राम लला केपरिसर में नहीं मनाया जाएगा। क्योंकि भगवान राम बाल स्वरूप में राम जन्मभूमि में हैं| इसलिए, राम के जन्मस्थान पर केवल रामलला की पूजा की जाती है।
साथ ही, मां जानकी के सभी मंदिरों में आज उनके जन्मोत्सव की तैयारी है। जानकी जी के जन्मोत्सव की तैयारियां तेजी से चल रही हैं, जिसमें कई धार्मिक अनुष्ठान शामिल हैं। मां सीता को मुंह दिखाई में दिए गए कनक भवन में भी जानकी जन्मोत्सव की धूम हुई। जहां महंत नृत्य गोपाल दास, राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष, भी पहुंचे और जानकी जन्मोत्सव पर मां का अभिषेक और धार्मिक अनुष्ठान में भाग लिया|
Ayodhya के मठ मंदिरों में माता जानकी का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है, श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया। प्रभु राम का जन्मदिन मनाया जाता है, और माता जानकी का जन्मदिन भी मनाया जाता है। प्रभु राम और माता सीता के बीच एक अनन्त प्रेम है। प्रभु राम का जन्म चैत्र महीने की नवमी तिथि पर होता है, जबकि माता जानकी का जन्म वैशाख महीने की नवमी तिथि पर होता है। जन्मोत्सव पर अयोध्या के मठ मंदिरों में माता जानकी की पूजा और स्तुति की जाती है। आज के दिन दर्शन करने से कई गुना लाभ मिलता है| इसके अलावा, गुरु आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि माता जानकी का जन्मोत्सव राम जन्मभूमि परिसर में नहीं मनाया जाएगा। क्योंकि श्रीराम मंदिर में बालरूप में विराजमान हैं वहाँ माता जानकी नहीं हैं। Ayodhya में प्रभु राम के साथ माता जानकी भी विराजमान हैं। तो वहीं जन्मोत्सव का उत्सव मनाया जाएगा।