दिल्ली पुलिस द्वारा गाजीपुर फूल मंडी में IED रखने में इस्तेमाल बाइक की गई बरामद
बीतें 17 फरवरी को दिल्ली पुलिस द्वारा सीमापुरी इलाके में एक घर से इम्प्रोवाइस्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED)बरामद किया गया था और अब इस मामले की जांच में पुलिस को और एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। दरअसल इस मामले में दिल्ली पुलिस ने दो बाइक सवारों की बाइक को बरामद कर लिया बताया जा रहा है कि यह वही बाइक हैं जिस पर सवार होकर संदिग्धों ने आईईटी को प्लांट किया था। पुलिस ने यह भी बताया कि यें बाइक दिलशाद गार्डन मेट्रो स्टेशन की पार्किंग में खड़ी मिली। बाइक की जांच पड़ताल से पता चलता है कि यह साल 2020 में दिल्ली के शास्त्री पार्क से चोरी की गई थी।
पुलिस ने छानबीन के दौरान एक से सिटी की फुटेज मैया पाया कि इसी स्प्लेंडर बाइक में सवार होकर दो संदीप गाजीपुर गए थे और आईडी एक से बनाई गई आईडी को प्लांट किया था गाजीपुर में आईडी प्लांट करने के बाद या दोनों बाइक सवार सीमापुरी गए पुलिस ने आगे बताया कि उन्हें पुलिस स्पेशल सेल को इस मामले की जांच के दौरान कई अहम लीड मिली है जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि स्लीपर सेल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के इशारे पर काम कर रहा है।
दरअसल बीते 17 फरवरी को दिल्ली के सीमापुरी इलाके के एक 3 मंजिला इमारत के सेकंड फ्लोर पर करीब 2:00 बजे दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम पहुंची थी पुलिस ने मकान मालिक से घर की तलाशी लेने के लिए कहा तलाशी के दौरान वह एक बैग से आईडी को बरामद किया गया इसके अलावा 14 जनवरी को दिल्ली के गाजीपुर फूल मंडी में भी आईईडी बरामद हुई थी
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध बैग मिलने के बाद आसपास की इमारतों से लगभग 400 लोगों को बाहर निकाला गया था और इलाके में बैरिकेड लगाकर सुरक्षा बढ़ा दी गई हैऔर मकान को सील कर दिया है। स्थानीय पुलिस ने गणतंत्र दिवस के मद्देनजर सुरक्षा उपायों (SECURITY Reasons)के तौर पर इलाके में किरायेदारों का सत्यापन भी किया था। स्थानीय पुलिस भी अपनी जांच कर रही है।
स्पेशल सेल (special cell) की एक टीम ने जिस इमारत के पास संदिग्ध बैग मिला था, वहां पर लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी हासिल किये, फिल्हाल फुटेज खंगाली जा रही है। मकान मालिक आशिम की मां ने पुलिस पर उसके बेटे को हिरासत में लेने का आरोप लगाया कि जबकि पत्नी ने कहा कि जिस मंजिल से विस्फोटक मिले हैं, वह मंजिल उन्होंने कुछ महीने पहले ही दो लोगों को किराये पर दिया था।