अरुणाचल में हिमस्खलन के दो दिन बाद कामेंग क्षेत्र में मिले सेना के 7 जवानों के शव
नेशनल डेस्क। अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी कामेंग जिले में हिमस्खलन की चपेट में आए भारतीय सेना के सात जवानों के लापता होने के दो दिन बाद मंगलवार को उनके शव बरामद किए गए। एक अधिकारी ने कहा कि हिमस्खलन स्थल से सभी सात लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। दुर्भाग्य से, इसमें शामिल सभी लोगों के सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, सभी सातों की मौत की पुष्टि की गई है।
उन्होंने कहा कि सैनिकों के शवों को आगे की औपचारिकताओं के लिए हिमस्खलन स्थल से निकटतम सैन्य चिकित्सा सुविधा में ट्रांसफर किया गया है। आपको बता दें कि बीते 38 सालों से खराब मौसम और हिमस्खलन की वजह से 1000 लोगों की मौत हो चुकी है।
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रविवार को शुरू किया गया था तलाशी अभियान
जवानों के लापता होने के बाद सेना ने रविवार को तलाशी एवं बचाव अभियान शुरू किया था। अधिकारी ने कहा कि 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से भारी बर्फबारी के साथ खराब मौसम देखा जा रहा था, जिसके कारण सड़कें अवरुद्ध हो गईं। दिरांग थाने के प्रभारी अधिकारी सांग थिनले ने कहा कि घटना एलएसी के पास हुई। सैनिक नियमित रूप से ऊंचाई वाले इलाकों में गश्त पर जाते हैं।
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1000 जवानों की हो चुकी है मौत
सियाचिन क्षेत्र के उप-क्षेत्र हनीफ में तैनात दो सैनिकों के पिछले साल अप्रैल में हिमस्खलन में मारे जाने के कुछ महीने बाद यह बात सामने आई है। अप्रैल 1984 से सियाचिन ग्लेशियर-साल्टोरो रिज क्षेत्र में 1,000 से अधिक सैनिक अपनी जान गंवा चुके हैं, जिनमें से अधिकांश प्रतिकूल मौसम और गंभीर इलाके के कारण हैं।
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