Boman Irani के दादाजी जब ईरान से आए तो उन्होंने एक चिप्स की दुकान खोली जहां वह ग्राहकों को गर्मा-गर्म चिप्स परोसा करते थे। बोमन ने चौबीस वर्ष तक इसी चिप्स की दुकान में काम किया।
बॉलीवुड अभिनेता Boman Irani ने सिनेमा जगत में कई शानदार भूमिकाएं निभाई हैं। आमिर खान की ‘3 इडियट’ में डीन (वायरस) का किरदार हो या मुन्नी भाई के एमबीबीएस में अस्थाना का किरदार, बोमन ईरानी ने अपनी अदाकारी से इन सभी रोल को यादगार बनाया। कम लोग जानते हैं कि बोमन ईरानी ने पहले एक वेफर शॉप में काम करते हुए यह कला सीखी थी। यहां काम करने के दौरान बोमन के दादाजी ने यह दुकान शुरू की थी और लोगों को ऑब्जर्व किया करते थे।
दादाजी की दुकान पर काम करना शुरू किया
एक इंटरव्यू में बोमन ईरानी ने खुद यह कहानी सुनाई थी। एक कार्यक्रम में अभिनेता ने कहा, “मेरे दादाजी जब ईरान से आए तो उन्होंने एक दुकान शुरू की।” यह दुकान थी ‘गोल्डन वेफर्स’। हम वहाँ आलू के चिप्स बनाते और उन्हें गर्मागर्म परोसते थे। 14 वर्ष तक मैंने उस दुकान में काम किया। मैं चिप्स बेचने के लिए पूरी जिंदगी काम करता रहूंगा, यह सोचकर परेशान हो गया। इसके बाद बोमन ने वो किया जो उन्हें एक कमाल का एक्टर बना गया।
लोगों को ऑब्जर्व किया करते थे बोमन
बोमन ईरानी ने कहा कि वह उस दुकान पर बैठकर लोगों को ऑब्जर्व करने लगा और इस तरह उन्हें एक्टिंग की पहली सीख मिली। इसी कार्यक्रम में, उन्होंने कहा, “मैं दुकान पर बैठकर लोगों को ऑब्जर्व करने लगा और देखने लगा कि वो अपने किरदारों के बारे में मुझे कितना कुछ बताते हैं।” आप एक बेवकूफ व्यक्ति हैं अगर आप मेरे सामने अपना बैग निकालकर पैसे निकालते हैं। अगर आप छिपाकर पैसा निकालते हैं तो आपको जाहिर तौर लोगों पर शक रहता है, या आप संदिग्ध हैं।”
चिप्स की दुकान पर एक्टिंग सीखी
“अगर आप पर्स खोलते हैं और आपको पता ही नहीं है कि उसमें पैसे कहां पर रखे हुए हैं तो आप बहुत मिसऑर्गनाइज्ड इंसान हैं। मैंने इन सब बातों पर नोट्स लिखना शुरू कर दिया। मैं सिर्फ उसी चिप्स की दुकान पर बैठकर यह सब सीखना शुरू किया और यही मेरी अभिनय के लिए मेरी पढ़ाई थी। बोमन ईरानी की बात पर जोरदार तालियां बजीं क्योंकि इस कहानी से वह कितने लगनशील हैं और एक्टिंग में सफल होने से पहले उनका स्ट्रगल भी दिखाई पड़ा।