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मुख्यमंत्री नायब सैनी ने हरियाणा सरकार के विदेश सहयोग विभाग की एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की

मुख्यमंत्री नायब सैनी: हरियाणा सरकार का गो ग्लोबल मिशन युवाओं को विदेशों में सुरक्षित और पारदर्शी तरीके से रोजगार देगा। HKRN के माध्यम से 5700 नौकरियां जारी की गईं।

हरियाणा के युवाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय रोजगार के अवसरों का नया द्वार खुल चुका है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने एक अहम घोषणा करते हुए कहा कि राज्य सरकार का ‘गो ग्लोबल मिशन’ न केवल युवाओं को सुरक्षित तरीके से विदेश भेजेगा, बल्कि उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी भी बनाएगा।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा, “हरियाणा में स्किल्ड वर्कर्स की कोई कमी नहीं है। हमारा फोकस है कि हमारे युवा कानूनी, पारदर्शी और सुरक्षित प्रक्रिया के ज़रिए विदेश जाएं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को स्थापित करें।”

गो ग्लोबल मिशन से जुड़ेगी हरियाणा की प्रतिभा

हरियाणा सरकार के विदेश सहयोग विभाग की ओर से चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्य के युवाओं को विदेशों में रोजगार देने की रणनीति पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने स्पष्ट किया कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के माध्यम से एक पारदर्शी भर्ती प्रणाली लागू की जा रही है, जिससे डंकी रूट जैसी अवैध गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके।

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5700 अंतरराष्ट्रीय नौकरियों के लिए आवेदन शुरू- मुख्यमंत्री नायब सैनी

सरकार ने 5700 अंतरराष्ट्रीय नौकरियों की ऑनलाइन सूची जारी की है, जिनके लिए राज्य के योग्य युवा आवेदन कर सकते हैं। यह नौकरियां मॉरीशस, इज़राइल, जर्मनी, रूस, नॉर्वे, दुबई समेत कई देशों में उपलब्ध हैं। युवाओं को बिना किसी दलाल, रिश्वत या खर्चे के, सरकारी सहयोग से पूरी तरह पारदर्शी प्रक्रिया में भेजा जाएगा।

युवाओं को मिलेगी इंटरनेशनल ट्रेनिंग

बैठक में विदेश सहयोग विभाग के सलाहकार पवन चौधरी ने बताया कि युवाओं को सिर्फ नौकरी ही नहीं, बल्कि भाषा प्रशिक्षण, स्किल अपग्रेडेशन और इंटरनेशनल वर्क कल्चर के मुताबिक तैयार किया जाएगा। इससे वे न केवल रोजगार पा सकेंगे, बल्कि विदेश में लंबी अवधि तक टिक भी सकेंगे।

केंद्रीय मंत्रालयों और विदेशी प्लेसमेंट एजेंसियों के साथ समन्वय

इस कार्यक्रम में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय और 20 विदेशी भर्ती एजेंसियों ने भी भाग लिया। सभी स्टेकहोल्डर्स ने मिलकर भरोसेमंद प्लेसमेंट और प्रशिक्षण की रणनीति पर सहमति जताई। बैठक का मुख्य उद्देश्य था कि राज्य के युवाओं को धोखाधड़ी से बचाया जाए और ‘वर्क वाया स्किल, नॉट डंकी’ का संदेश दिया जाए।

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