स्वास्थ्य

Diabetes से पीड़ित लोग केला खा सकते हैं? ये फल आपके ब्लड शुगर लेवल पर कैसे प्रभावित करते हैं?

अगर आप भी Diabetes से पीड़ित हैं और आपको भी यह प्रश्न उठता है, तो यहां हम इसी प्रश्न का जवाब देंगे।

Diabetes एक मेटाबॉलिक रोग है, जिस पर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो व्यक्ति को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। डायबिटीज शरीर में इंसुलिन के ठीक से काम नहीं करने से होती है। पेंक्रियाज इंसुलिन बनाते हैं। बॉडी में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करना इसका लक्ष्य है।

वास्तव में, हमारी बॉडी कार्बोहाइड्रेट में विभाजित कर शुगर बनाती है। इंसुलिन हार्मोन फिर शरीर से शुगर को निकालकर उसे एनर्जी में बदल देता है। डायबिटीज होने पर शरीर में इंसुलिन का उत्पादन कम हो जाता है या इंसुलिन का कार्य नहीं होता है। इस परिस्थिति में ब्लड शुगर की मात्रा बहुत अधिक हो जाती है, जो शरीर को बहुत नुकसान पहुंचाने लगती है। मधुमेह (डायबिटीज) से पीड़ित लोगों को खानपान पर अधिक ध्यान देने की सलाह दी जाती है और खासकर शुगर से पूरी तरह बचने की सलाह दी जाती है।

अब सवाल उठता है कि क्या मधुमेह से पीड़ित लोग केला खा सकते हैं? अगर आप भी डायबिटीज से पीड़ित हैं और आपको  maan भी यह प्रश्न उठता है, तो यहां हम इसी प्रश्न का जवाब देंगे।

Experts क्या कहते हैं?
विषय पर, सर्टिफाइड क्लिनिकल डाइटिशियन, डायबिटीज एजुकेटर और Nutr की फांउडर लक्षिता जैन ने कहा, “डायबिटीज या प्री-डायबिटीज से पीड़ित लोगों को अक्सर केला न खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन केले में विटामिन सी, पोटैशियम और फाइबर होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं और मधुमेह वालों के लिए भी अच्छे हो सकते हैं। जब आप इसे चबाते हैं, इसे खाने का सही तरीका जानना चाहिए।’

लक्षिता जैन ने कहा कि मधुमेह से पीड़ित लोगों को कच्चा केला खाना सबसे अच्छा हो सकता है। आप पका हुआ भी केला खा सकते हैं।

डायबिटीज से पीड़ित लोगों को केला कैसे खाना चाहिए?
डायबिटीज होने पर, एक्सपर्ट्स कहते हैं कि आप हर दिन एक केला खा सकते हैं। केले में प्राकृतिक शुगर की मात्रा अधिक होती है, इसलिए इसे प्रोटीन स्रोतों के साथ मिलाना बेहतर है। पनीर या स्प्राउट्स के साथ केला खा सकते हैं।

ग्लाइसेमिक इंडेक्स 51 वाले केले और अन्य कम जीआई या प्रोटीन स्रोतों के साथ खाने से ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता है। ज्यादा पका हुआ केला खाने से बचें।

लक्षिता जैन ने कहा कि भूरे रंग के धब्बे वाले केलों को खरीदने से बचें। ये निशान बताते हैं कि केले में स्टार्च नेचुरल शुगर में बदल गया है; अधिक नेचुरल शुगर भी मधुमेह रोगियों के लिए खतरनाक हो सकता है। आप बिना अपनी सेहत को नुकसान पहुंचाए केले को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं अगर इन कुछ सावधानियों को ध्यान में रखते हैं।

स्वीकृति: लेख में दी गई सलाह और सुझाव सामान्य ज्ञान मात्र हैं। किसी भी समस्या के बारे में अपने डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।

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