छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्योत्सव में 25 वर्षों के विकास की गाथा साझा की और नक्सल मोर्चे पर वीरता दिखाने वाले 14 पुलिस जवानों को वीरता पदक से सम्मानित किया।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्योत्सव के चौथे दिन नवा रायपुर में आयोजित समारोह में कहा कि छत्तीसगढ़ ने अपनी स्थापना के 25 वर्षों में विकास की नई गाथा लिखी है। राज्य ने शिक्षा, स्वास्थ्य, अवसंरचना और अन्य क्षेत्रों में नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के योगदान की सराहना
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1 नवम्बर को नवा रायपुर में राज्योत्सव का शुभारंभ किया और विधानसभा के नए भवन का लोकार्पण किया। अपने प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ को 14,000 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों की सौगात दी, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने जनता की ओर से आभार व्यक्त किया।
अटल बिहारी वाजपेयी का योगदान
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण के बाद छत्तीसगढ़ ने उपेक्षा से मुक्ति पाई और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में पक्की सड़कें बनीं।
also read: छत्तीसगढ़ में कॉमन फैसिलिटी सेंटर की स्थापना को मिली…
सुशासन और अभिसरण विभाग की स्थापना
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार पिछले 22 महीनों में कई बड़े कार्यों को पूर्ण कर चुकी है। राज्य में स्वच्छ, संवेदनशील और पारदर्शी शासन सुनिश्चित करने के लिए सुशासन एवं अभिसरण विभाग की स्थापना की गई है।
वीरता पदक से सम्मानित हुए पुलिस जवान
मुख्यमंत्री ने नक्सल मोर्चे पर अदम्य साहस दिखाने वाले 14 पुलिस जवानों और शहीद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरिपुंजे तथा शहीद वीरेंद्र कुमार शोरी के परिजनों को वीरता पदक प्रदान कर सम्मानित किया। सम्मानित पुलिस जवानों में धरम सिंह तुलावी, विजय पुनेंग, गोपाल बरदू, रामेश्वर ओयामी, राजूलाल मरकाम, समलूराम सेठिया, तुलाराम ओवासी, मोहन लाल कट्टम, संतोष मोरामी, मनोज यादव, जामुराव और निशा कचलाम शामिल हैं।
उपस्थित अधिकारी और सम्मान
इस अवसर पर विधायक इंद्र कुमार साहू, नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, साहित्य अकादमी संस्कृति परिषद के अध्यक्ष शशांक शर्मा, छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम की अध्यक्ष मोना सेन, अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम और संस्कृति विभाग के संचालक विवेक आचार्य उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ का यह 25वां वर्ष राज्य के लिए विकास और वीरता का प्रतीक बन गया है, जिसमें नागरिक, प्रशासन और सुरक्षा बलों की भूमिका सराहनीय रही है।
For More English News: http://newz24india.in



