मुख्यमंत्री मोहन यादव की विनम्रता बनी मिसाल, विधायक को लौटाए पूजा के ₹500
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विधायक रामेश्वर शर्मा द्वारा पूजा में दी गई ₹500 की दक्षिणा पूजा समाप्त होते ही लौटा दी। उनकी सादगी और नैतिकता चर्चा का विषय बन गई।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की सादगी और सिद्धांतप्रियता एक बार फिर सामने आई है। विधायक विश्रामगृह के भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान हुई एक छोटी सी लेकिन महत्वपूर्ण घटना ने सभी को प्रभावित कर दिया। पूजा के समय विधायक रामेश्वर शर्मा द्वारा दी गई दक्षिणा की राशि – ₹500 – को मुख्यमंत्री ने पूजा समाप्त होते ही लौटा दिया, जो अब चर्चा का विषय बन गई है।
पूजा में व्यस्तता, लेकिन आत्मनिर्भरता नहीं भूले मुख्यमंत्री मोहन यादव
भोपाल में आयोजित भूमि पूजन के दौरान जैसे ही दक्षिणा देने का समय आया, मुख्यमंत्री मोहन यादव पूजा में व्यस्त थे। ऐसे में हुजूर विधानसभा से विधायक रामेश्वर शर्मा ने अपनी जेब से ₹500 का नोट निकालकर मुख्यमंत्री को दे दिया ताकि धार्मिक प्रक्रिया बाधित न हो। पूजा समाप्त होते ही मुख्यमंत्री ने विनम्रता के साथ अपने पर्स से ₹500 निकालकर विधायक को लौटा दिए।
जनता के बीच बनी एक प्रेरणादायक छवि
मुख्यमंत्री का यह व्यवहार कार्यक्रम में मौजूद सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और मीडिया के लिए एक प्रेरणा बन गया। उनके आत्मसम्मान और पारदर्शिता से भरे इस छोटे से कदम ने साबित कर दिया कि नेतृत्व सिर्फ पद से नहीं, बल्कि आचरण से पहचाना जाता है।
also read:- डॉ. मोहन यादव ने अचारपुरा में की 400 करोड़ रुपये की…
उज्जैन की धार्मिक पृष्ठभूमि और मूल्यों का असर
उज्जैन के धार्मिक और सांस्कृतिक परिवेश से आने वाले मुख्यमंत्री मोहन यादव पहले भी अपनी धार्मिक आस्था और नैतिक मूल्यों के लिए चर्चित रहे हैं। वे हमेशा से ही आत्मनिर्भरता और स्पष्ट नैतिक दृष्टिकोण को प्राथमिकता देते आए हैं। यही कारण है कि न तो वे किसी से उधारी लेना पसंद करते हैं, और न ही मुफ्त में कोई वस्तु स्वीकार करते हैं।
₹160 करोड़ की लागत से बनेगा आधुनिक विश्रामगृह
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में नए विधायक विश्रामगृह का भूमि पूजन भी किया गया। लगभग ₹160 करोड़ की लागत से बनने वाले इस आधुनिक विश्रामगृह में 102 फ्लैट्स समेत सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। कार्यक्रम में कई वरिष्ठ मंत्री, जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें कैलाश विजयवर्गीय, राकेश सिंह, विश्वास सारंग और महापौर मालती राय प्रमुख थे।
For More English News: http://newz24india.in



