CM Atishi ने कर्मचारियों को पत्र देते हुए बधाई दी
CM Atishi: दिल्ली नगर निगम के 607 अस्थायी सफाई कर्मचारियों को दिवाली का तोहफा दिया गया है। इन सभी सफाई कर्मचारियों को स्थायी पत्र दिया गया था। मुख्यमंत्री आतिशी, महापौर डॉ. शैली ओबरॉय, उप महापौर आले मोहम्मद इकबाल, नेता सदन मुकेश गोयल और नेता विपक्ष राजा इकबाल सिंह ने निगम मुख्यालय सिविक सेंटर में आयोजित समारोह में भाग लिया। मुख्यमंत्री, महापौर और उपमहापौर ने सभी सफाई कर्मचारियों को पक्की नौकरी के पत्र दिए।
मुख्यमंत्री आतिशी ने इस अवसर पर सफाई कर्मचारियों को बधाई दी। उनका कहना था कि आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने सफाई कर्मचारियों से किए गए सभी वादे पूरे किए हैं, जैसे कि उन्हें समय पर सैलरी देना या उन्हें पक्का करना। अरविंद केजरीवाल ने पिछले दो वर्षों में 10 हजार से अधिक सफाई कर्मचारियों को नियुक्त किया है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार से पहले निगम में सफाई-कर्मचारियों ने अपने बुनियादी अधिकारों और वेतन के लिए संघर्ष किया था। लेकिन आप सरकार में ये संघर्ष खत्म हुआ।
महापौर शैली ओबरॉय ने सफाई कर्मचारियों को आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल का संदेश पढ़ा। उन्हें बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री ने एक पत्र में कहा कि दिल्ली नगर निगम में हमारे सफाई कर्मचारियों का योगदान काबिलेतारीफ है। पुराने मुख्यमंत्री ने सफाई कर्मचारियों को उनके नियमित कार्यों की सराहना की। संदेश में उन्होंने कहा कि 600 से अधिक कच्चे सफाई कर्मचारियों के पक्का होने पर मैं उन्हें और उनके परिवारों को बधाई देता हूँ। इससे बड़ी खुशखबरी दिवाली पर उनके परिवारों के लिए क्या हो सकती है?
पत्र में केजरीवाल ने विपक्ष पर निशाना साधा। उसने कहा कि दूसरी पार्टी के लोगों ने दिल्लीवासियों को कई तरह से परेशान किया जब मैं जेल में था। विभिन्न स्थानों पर लोगों का काम रोका गया था। लोग आकर मुझे अपनी पीड़ाएं बता रहे हैं। मैं एक-एक करके सबके रुके काम करवा रहा हूं। इस वर्ष अनुसूचित जाति समाज ने दिल्ली नगर निगम का महापौर चुना। जेल से बाहर निकलने पर मुझे पता चला कि साजिश के तहत मुझे महापौर का चुनाव भी नहीं करवाया गया था। इन्होंने जानबूझकर अनुसूचित जाति के लोगों का हक छीना गया था। किसी भी परिस्थिति में ये बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मैं महापौर डॉ. शैली ओबरॉय से निवेदन करता हूं कि महापौर का चुनाव तुरंत करवाकर अनुसूचित जाति समाज को उनका हक दिलवाया जाए।