राज्यदिल्ली

CM Atishi ने मुख्य चुनाव आयुक्त को एक और पत्र भेजा, मिलने के लिए समय देने में आपको एतराज क्यों?

CM Atishi ने मुख्य चुनाव आयुक्त को एक और पत्र लिखा है। उन्हें फिर से मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलने के लिए तुरंत समय की आवश्यकता है। आम आदमी पार्टी (आप) का आरोप है कि नई दिल्ली विधानसभा सीट पर मतदान सूची में हेरफेर हुआ है। आतिशी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में सिर्फ 27 दिन बाकी हैं।

CM Atishi ने मुख्य चुनाव आयुक्त को एक और पत्र भेजा है। फिर उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त से तत्काल मुलाकात की मांग की है। आम आदमी पार्टी (AAP) का आरोप है कि नई दिल्ली विधानसभा सीट पर मतदान सूची में हेरफेर हुआ है।

पत्र में आतिशी ने चुनाव आयुक्त से पूछा है कि आखिर आपको मिलने का समय देने में आपको ऐतराज क्यों है? 5 जनवरी को भी आतिशी ने पत्र लिखकर मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलने का समय मांगा था। नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में वोट काटने और जोड़ने को लेकर समय मांगा था।

स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की बैठक जरूरी है

आतिशी ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Vidhan Sabha Chunav 2025) में सिर्फ 27 दिन बचे हैं। फ्री एंड फेयर (स्वतंत्र और निष्पक्ष) चुनाव के लिए आपसे मुलाकात जरूरी है। पूरा देश और मीडिया दिल्ली चुनाव को देख रहा है।

प्रेम कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाए गए

पार्टी मुख्यालय में छह जनवरी को सीएम आतिशी, वरिष्ठ नेता संजय सिंह और राघव चड्ढा ने भी इस विषय पर प्रेस वार्ता की और भाजपा पर हमला बोला। इस दौरान, आतिशी ने कहा कि उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर इस फर्जीवाड़े को लेकर सुबूत पेश करने के लिए समय मांगा।

मतदाताओं को लेकर लगाए गए आरोप

आतिशी ने कहा कि 15 दिसंबर से दो जनवरी तक नई दिल्ली में समरी रिवीजन के बाद 10,500 नए नाम जोड़ने और 6,167 वोट काटने के आवेदन आए हैं। चुनाव आयोग में सुनवाई के दौरान कई आपत्तिकर्ताओं ने कहा कि मात्र 84 लोगों ने 4,283 वोट काटने के आवेदन दिए हैं।

उनका कहना था कि यह स्थिति एक बड़े घपले का संकेत है। उनका कहना था कि नए वोट जुड़वाने वाले और वोट कटवाने वाले लोगों की पहचान की जानी चाहिए। कहा कि ये 84 लोग 4,283 वोटों को कटवाने के लिए आवेदन करते हैं?

अचानक वोट काटवाने और नाम जोड़ने के आए आवेदन

मुख्यमंत्री ने कहा कि देशभर में हर साल एक समरी रिवीजन होता है। वोटर लिस्ट का रिवीजन 29 नवंबर तक दिल्ली में चला। चुनाव आयोग की टीमें हर गली मोहल्ले में गईं और जांच कर मतदाता सूची बनाई गई। मगर इसके बाद अचानक से नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में वोट कटवाने और वोट जुड़वाने के हजारों आवेदन आ गए तो इससे सवाल खड़ा होता है

Related Articles

Back to top button