हरदा लाठीचार्ज मामले में सीएम मोहन यादव का बड़ा एक्शन
हरदा लाठीचार्ज प्रकरण में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सख्त कार्रवाई करते हुए एडिशनल एसपी, एसडीएम और एसडीओपी को हटाया। कोतवाली और ट्रैफिक थाना प्रभारी को आईजी कार्यालय अटैच किया गया। पढ़ें पूरी खबर।
हरदा लाठीचार्ज: मध्य प्रदेश के हरदा जिले में राजपूत छात्रावास में पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सख्त रुख अपनाते हुए बड़ा प्रशासनिक एक्शन लिया है। मुख्यमंत्री ने जांच रिपोर्ट (हरदा लाठीचार्ज मामला) के आधार पर एडिशनल एसपी, एसडीएम और एसडीओपी को तत्काल प्रभाव से हरदा जिले से हटा दिया है। इसके साथ ही कोतवाली थाना प्रभारी और ट्रैफिक थाना प्रभारी को नर्मदापुरम आईजी कार्यालय में अटैच किया गया है।
क्या है हरदा लाठीचार्ज का पूरा मामला?
13 जुलाई 2025 को हरदा जिले में स्थित राजपूत समाज के छात्रावास में पुलिस द्वारा बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया गया था। घटना के बाद पूरे प्रदेश में इसका विरोध शुरू हो गया। राजनीतिक दलों, समाज संगठनों और आम जनता ने प्रशासनिक कार्रवाई पर सवाल उठाए थे।
जांच के आदेश विदेश से ही दे दिए थे सीएम ने
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विदेश यात्रा के दौरान ही 16 जुलाई को मामले की जांच के आदेश दिए थे। जांच में सामने आया कि पुलिस अधिकारियों ने अनुचित बल प्रयोग किया और स्थिति को संवेदनशीलता से नहीं संभाला। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया।
किन अधिकारियों पर गिरी गाज?
-
एडिशनल एसपी, एसडीएम और एसडीओपी को हरदा से हटाया गया
-
कोतवाली थाना प्रभारी और ट्रैफिक थाना प्रभारी को नर्मदापुरम IG ऑफिस अटैच किया गया
सीएम ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा – “हरदा जिले में 13 जुलाई को राजपूत छात्रावास में घटित प्रकरण की जांच के उपरांत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसडीएम एवं एसडीओपी को तत्काल प्रभाव से हरदा जिले से हटाया है… स्थिति को संवेदनशीलता से निराकरण करने में की गई लापरवाही को लेकर यह एक्शन लिया गया है।”
also read:- मुख्यमंत्री मोहन यादव की विनम्रता बनी मिसाल, विधायक को…
कांग्रेस और राजपूत समाज ने किया था विरोध
हरदा लाठीचार्ज: इस घटना को लेकर कांग्रेस ने शुरू से ही जांच की मांग की थी। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह स्वयं हरदा पहुंचे थे और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर न्यायिक जांच की मांग की थी। साथ ही राजपूत समाज से जुड़े भाजपा नेताओं ने भी सीएम से मामले में सख्त कदम उठाने की अपील की थी।
आरोप: जाति पूछकर बरसाए गए डंडे
प्रभावित छात्र और युवाओं ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि पुलिस ने जातिगत पहचान पूछकर बल प्रयोग किया। एक छात्रा ने भी पुलिस कार्रवाई के दौरान की स्थिति को बयां किया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
For More English News: http://newz24india.in



