CM Nayab Saini:-
- संत नामदेव के नाम पर सरकारी संस्थान होगा: नायब सैनी
CM Nayab Saini ने कहा कि संत शिरोमणि नामदेव महाराज हरियाणा का एक सरकारी संस्थान होगा। उन्होंने रोहतक की महम धर्मशाला को 21 लाख रुपये और राज्य भर में नामदेव धर्मशालाओं को 31 लाख रुपये देने की घोषणा की। शुक्रवार को चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास पर संत नामदेव जयंती समारोह में वे लोगों को सम्बोधित कर रहे थे।
विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर सिंह गंगवा, ओबीसी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व मंत्री कर्णदेव कंबोज, उत्तर प्रदेश पिछड़ा आयोग के सदस्य राधेश्याम, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती और कार्यक्रम के आयोजक सतबीर वर्मा उपस्थित थे। CM ने कहा कि नामदेव महाराज ने अपनी पूरी जिंदगी समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने में लगा दी। उनका पूरा जीवन मानव जाति की सेवा में समर्पित था।
नामदेव समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री को पगड़ी पहनाकर इस मौके पर सम्मान दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सम्मान नामदेव समाज का सम्मान है, न कि मेरा। वे इस पगड़ी का सम्मान कभी कम नहीं होने देंगे। CM आवास के दरवाजे प्रदेश के हर समाज और हर वर्ग के लिए 24 घंटे खुले रहते हैं। उन्होंने नामदेव समाज की कई मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने का भी वादा किया। नायब सैनी ने कहा कि हरियाणा में पिछड़े वर्गों के आरक्षण में क्रीमीलेयर की वार्षिक आय सीमा 6 लाख से 8 लाख रुपये की है। नौकरियों में पिछड़ा वर्ग-ए और बी के बैकलॉग प्राथमिकता के आधार पर भरने के निर्देश दिए गए हैं। ओबीसी समुदाय को पिछले 10 वर्षों में केंद्रीय और राज्य सरकारों ने इतना लाभ दिया है उतना पूर्व की सरकार ने कभी भी नहीं दिया। दस साल के कार्यकाल में प्रदेश सरकार ने ओबीसी समुदाय को पूरा सम्मान देते हुए सभी वर्गों के लिए लाभकारी निर्णय लिए हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत लगभग 18 पारंपरिक उद्योगों और कंपनियों को धन मिल रहा है। देश भर में काम करने वाले कर्मचारियों और पारंपरिक उद्योगों में अनुभवी लोगों को इससे अधिक पैसा मिल रहा है। विश्वकर्मा समुदाय की सभी जातियों को अत्यंत कम ब्याज दर पर लोन मिल रहा है। हरियाणा अंत्योदय परिवार परिवहन योजना, या हैप्पी, सरकार ने शुरू की है।
हरियाणा में अंत्योदय परिवारों को योजना के तहत एक विशिष्ट “हैप्पी कार्ड” दिया जा रहा है। हर साल, कार्डधारक राज्य परिवहन बसों में 1000 किलोमीटर तक फ्री यात्रा कर सकते हैं। यह कार्ड 1 लाख रुपये से अधिक की वार्षिक आय वाले परिवारों के लिए बनाया जा रहा है। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओबीसी समाज के हितों की रक्षा कर रहे हैं। केंद्र व प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से ओबीसी वर्ग को पूरा मान-सम्मान देने का काम कर रही है।
नर्सिंग ऑफिसर्स का अलाउंस बढ़ सकता है
हरियाणा के नर्सिंग ऑफिसर्स की दो प्रमुख मांगों को सरकार ने स्वीकार किया है। 7200 रुपये की नर्सिंग अलाउंस की बातचीत नर्सिंग ऑफिसर्स ने की है। यह भत्ता बेशक इतना ही या थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन सरकार ने सैद्धांतिक रूप से नर्सिंग ऑफिसर्स को भत्ता देने का फैसला किया है। नर्सिंग ऑफिसर्स को ग्रुप-सी से ग्रुप-बी में बदलने पर भी सकारात्मक विचार किया जाएगा। शुक्रवार को चंडीगढ़ में ऑल नर्सिंग ऑफिसर वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक में, सीएम के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर ने दोनों ही मुद्दों पर सकारात्मक चर्चा की। इस प्रतिनिधिमंडल को राज्य अध्यक्ष सुनीता, महासचिव संतोष अहलावत, उपाध्यक्ष कमलेश सिवाच और एसोसिएशन के कई सदस्यों ने संरक्षक निर्मल ढांडा के नेतृत्व में भेजा। एसोसिएशन ने अपनी दोनों मांगों को लेकर खुल्लर से बातचीत की और सरकार से बातचीत करके सकारात्मक निर्णय लेने का वादा किया।
गोहाना के बाद अब असंध को जिला बनाने की उम्मीद
गोहाना के बाद अब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने करनाल को भी जिला बनाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि वह जिला बन जाएगा अगर वह असंध नियमों को पूरा करेगा। साथ ही, उन्होंने हरियाणा सिख गुरुद्वारा जल्द ही प्रबंधन कमेटी का चुनाव करने का संकेत दिया है। शुक्रवार को चंडीगढ़ में सरदार जगदीश सिंह झींडा के नेतृत्व में उनसे मिलने आए सिख समाज के लोगों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने यह बात कही। उनका आह्वान था कि सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की वोटर लिस्ट में अधिक से अधिक लोग नाम दर्ज करें। प्रदेश सरकार द्वारा पहले नाम दर्ज करवाने का 100 रुपये का शुल्क अब नहीं लिया जाएगा। Voting के लिए अभियान चलाया जाएगा। उनका वादा था कि हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव शीघ्र ही होंगे अगर कोई कानूनी बाधा नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने असंध को जिला बनाने की मांग का स्वागत करते हुए कहा कि नए जिलों के निर्माण के लिए कैबिनेट सब-कमेटी बनाई गई है। नियमों का पालन होने पर असंध एक जिला बन जाएगा। यहां उल्लेखनीय है कि गोहाना के पूर्व मुख्यमंत्री ने भी लोगों की मांगों पर इसी तरह का आश्वासन दिया है। सैनी ने कहा कि हम अपने गुरु साहिबान की शिक्षाओं को नई पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी स्मृतियों को सहेजने के लिए जितना काम किया जाए, कम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिख कौम बहादुर है, जिसने धर्म की रक्षा के लिए सिर कटा लेकिन झुका नहीं। भारतवासी इस कौम की वीरता और कुर्बानियों पर गर्व करते हैं। उसने कहा कि इस कौम के वीर सूरमाओं ने महान गुरुओं के आदर्शों और सिद्धांतों पर चलते हुए देश के स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया।।