CM Pushkar Dhami ने अफसरों को आदेश दिया, वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए एक महीने में बनाए पॉलिसी
CM Pushkar Dhami: उत्तराखंड में निवास स्थानों को विकसित करने के लिए पर्यटन विभाग को एक महीने के भीतर एक नीति बनानी होगी।
CM Pushkar Dhami: सचिवालय में उत्तराखड निवेश और आधारिक संरचना विकास बोर्ड की समीक्षा बैठक में, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अफसरों को इस दिशा में तेजी से काम करने के निर्देश दिए।
उत्तराखंड में निवास स्थानों को विकसित करने के लिए पर्यटन विभाग को एक महीने के भीतर एक नीति बनानी होगी। सचिवालय में उत्तराखड निवेश और आधारिक संरचना विकास बोर्ड की समीक्षा बैठक में, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अफसरों को इस दिशा में तेजी से काम करने के निर्देश दिए। कहा, विरासत के साथ विकास के मॉडल पर भी काम करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को वेडिंग डेस्टिनेशन का दर्जा देने के लिए विभिन्न स्थानों का चुनाव किया जाएगा। वहां अवस्थापना सुविधाओं का निर्माण होना चाहिए। इसके लिए विवाह कार्यक्रमों, होटल समूहों से सहयोग लेकर इसका प्रचार करना भी महत्वपूर्ण होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश भर में शादियों का आयोजन करने पर जोर दिया है। ऐसे में उत्तराखंड पर्यटन स्थल देश के प्रमुख स्थानों में से एक होगा। इसे बड़े मौके की तरह देखें। सीएम धामी ने कहा कि राज्यों में दो नये शहरों के विकास पर ठोस कार्ययोजना बना कर काम किया जाए। सभी आवश्यक सुविधाएं बनाई जाएं। यूआईआईडीबी की परियोजनाओं के तहत पर्यटन और तीर्थाटन क्षेत्रों के विकास पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
गंगा और शारदा कॉरिडोर के धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व को समझते हुए काम करें। डाकपत्थर में बनने वाले नॉलेज सिटी को चरणबद्ध रूप से विकसित करें। सभी परियोजनाओं को जून 2026 तक विधिवत शुरू किया जाएगा। विरासत को विकास का मॉडल बताया गया है। कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि यूआईआईडीबी का गठन राज्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया गया है और इसके परिणाम जल्द ही सामने आ जाएंगे।
कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक मदन कौशिक, रेनू बिष्ट, अवस्थापना अनुश्रवण परिषद का उपाध्यक्ष विश्वास डाबर, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगौली, दिलीप जावलकर, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, विनय शंकर पाण्डेय,डॉ. आर राजेश कुमार, उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी देहरादून सविन बंसल, जिलाधिकारी पौड़ी डॉ. आशीष चौहान, जिलाधिकारी हरिद्वार कर्मेन्द्र सिंह आदि मौजूद रहे।