उत्तर प्रदेश

CM Yogi Adityanath ने 10 ई-रिक्शा तथा एक मिल्क वैन को रवाना किया

CM Yogi Adityanath प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा और उनके मार्गदर्शन में पूरे देश में महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन का नया दौर प्रारम्भ हुआ

  • श्री बाबा गोरखनाथ कृपा दुग्ध उत्पादक कम्पनी के 07 दुग्ध अवशीतन गृहों का लोकार्पण उत्कृष्ट कार्य करने वाली विद्युत सखियों, बी0सी0 सखियों, लखपति दीदियों, ड्रोन दीदियों एवं बैंक सखियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए
  • पहली बार स्वतंत्र भारत में मातृशक्ति ने यह अनुभव किया कि योजनाएं उनके नाम पर आ सकती हैं और इन योजनाओं का लाभ सीधे उनको प्राप्त हो सकता प्रधानमंत्री जी आगामी 27 दिसम्बर कोस्वामित्व योजना के अन्तर्गत घरौनी वितरण करेंगे
  • बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी ने अब तक 1,250 करोड़ रु0 का कारोबार किया और 24 करोड़ रु0 का शुद्ध लाभ कमाया

CM Yogi Adityanath जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा और उनके मार्गदर्शन में पूरे देश में महिला सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन का नया दौर प्रारम्भ हुआ है। पहली बार स्वतंत्र भारत में मातृशक्ति ने यह अनुभव किया है कि योजनाएं उनके नाम पर आ सकती हैं और इन योजनाओं का लाभ सीधे उनको प्राप्त हो सकता है।

मुख्यमंत्री जी आज योगिराज बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केन्द्र, गोरखपुर में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत गोरखपुर मण्डल में संचालित श्री बाबा गोरखनाथ कृपा दुग्ध उत्पादक कम्पनी के 07 दुग्ध अवशीतन गृहों के लोकार्पण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर 7,405 स्वयं सहायता समूहों को 242.30 करोड़ रुपये की सहायता राशि का वितरण किया गया। मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली विद्युत सखियों, बी0सी0 सखियों, लखपति दीदियों, ड्रोन दीदियों एवं बैंक सखियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर 02 स्वयं सहायता समूह एवं कम्पनियों के मध्य हुये एम0ओ0यू0 का हस्तान्तरण भी किया गया। मुख्यमंत्री जी ने 10 ई-रिक्शा तथा एक मिल्क वैन को रवाना किया और स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के द्वारा लगाए गए स्टॉलों का अवलोकन किया तथा ड्रोन दीदी द्वारा संचालित किए गए ड्रोन प्रदर्शन को भी देखा।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि समाज को समर्थ बनाने के लिए आधी आबादी का सशक्तिकरण आवश्यक है। देश को विकसित करने तथा समाज को समर्थ व शक्तिशाली बनाने के लिए आधी आबादी को समर्थ बनाते हुए स्वावलम्बन के पथ पर अग्रसर करने का कार्य करना पड़ेगा, उसे सुरक्षा देनी होगी। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना हो या आज का नारी वंदन अभिनन्दन कार्यक्रम, यह सभी कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण के लिए पूरे देश में चलाए जा रहे हैं। ‘स्वच्छ भारत मिशन’ के अन्तर्गत हर घर में शौचालय की व्यवस्था, स्वच्छता के साथ नारी गरिमा के सम्मान का प्रतीक है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के अन्तर्गत गरीबों को रसोई गैस कनेक्शन प्रदान करना नारी के सम्मान व सशक्तिकरण का एक अभियान है। आगामी 27 दिसम्बर को प्रधानमंत्री जी स्वामित्व योजना के अन्तर्गत घरौनी वितरण करेंगे। इसके अन्तर्गत लोगों को गांव में जमीन व मकान का मालिकाना हक प्राप्त होगा। प्रदेश में 60 लाख परिवारों को घरौनी वितरित की जा चुकी हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज महिला कल्याण के अनेक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना आदि अनेक कार्यक्रम चल रहे है। उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत आज यहां अनेक स्वयं सहायता समूहों को लाभ प्रदान किया गया है। ड्रोन दीदी के माध्यम से महिलाएं अपने गांव में कीटनाशकों का छिड़काव करती हैं। पहले यह छिड़काव पुरुषों द्वारा हाथांे से किया जाता था। इससे उन पर जहरीला प्रभाव पड़ता था। किन्तु आज यह ड्रोन से किया जा रहा है। बिना नुकसान के कोई व्यक्ति जितना काम 15 दिन में कर सकता है, वह ड्रोन 01 घण्टे में करता है। अगर महिलाओं का समूह एक साथ इस पर काम करेगा, तो एक ड्रोन एक गांव में 01 या 02 दिन में पूरे
गांव में छिड़काव कर सकता है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज 04 जनपदों में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए 242 करोड़ रुपये से अधिक की राशि अवमुक्त की गयी है। बाबा गोरखनाथ कृपा दुग्ध उत्पादन संयंत्र का लोकार्पण का कार्य भी इसमें शामिल है। यह महिलाओं के स्वावलम्बन के मार्ग में प्रमुख भूमिका निभा सकता है। आज गोरखपुर मण्डल के 04 जनपदों में स्टार्ट-अप कॉस्ट की धनराशि के रूप में 1,653 स्वयं सहायता समूहों को 41.32 लाख रुपये 2,500 रुपये प्रति समूह की दर से उपलब्ध कराये जा रहे हैं। 186 ग्राम संगठनों को 01 करोड़ 39 लाख रुपये प्रदान किए जा रहे हैं। इसमें प्रत्येक ग्राम संगठन को 75,000 रुपये प्रदान किये जा रहे हैं। कम्युनिटी सपोर्ट फण्ड के रूप में 1,541 स्वयं सहायता समूहों को 4.6 करोड़ रुपये का रिवॉल्विंग फण्ड 30,000 रुपये प्रति समूह की दर से उपलब्ध कराया जा रहा है। 38.07 करोड़ रुपये की सामुदायिक निवेश निधि 1.5 लाख रुपये प्रति समूह की दर से 2,538 स्वयं सहायता समूहों को उपलब्ध करायी जा रही हैं। इसके अतिरिक्त, कम ब्याज पर बैंक ऋण की उपलब्धता के दृष्टिगत 3,326 स्वयं सहायता समूहों को लगभग 199.56 करोड़ रुपये की बैंक क्रेडिट लिंकेज की धनराशि उपलब्ध करायी गयी है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्राकृतिक अथवा मानवीय आपदाओं के जोखिम को कम करने के लिए 557 ग्राम संगठनों को 8.34 करोड़ रुपये की आपदा निवारण निधि 1.50 लाख रुपये प्रति ग्राम संगठन के हिसाब से उपलब्ध करायी जा रही है। साथ ही, जनपद गोरखपुर में 06 इण्टीग्रेटेड फार्मिंग क्लस्टर (आई0एफ0सी0) हेतु 30 लाख रुपये उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसमें 05 लाख रुपये प्रति क्लस्टर की व्यवस्था की गयी है। इससे लगभग 1,500 परिवार कृषि आजीविका के क्षेत्र में लाभान्वित होंगे। आई0एफ0सी0 के अन्तर्गत कृषि एवं गैर-कृषि आजीविका गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। जनपद गोरखपुर में प्रेरणा कैफे क्लस्टर के अन्तर्गत 08 लाख रुपये की लागत से कैण्टीन की स्थापना के लिए धनराशि स्वीकृत की जा रही है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में वर्ष 2019 में झांसी में बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी की स्थापना के समय लोग उसकी सफलता के लिए अनेक बातें करते थंे। 05 महिलाओं ने यह संस्था बनाई थी और इस कार्य को आगे बढ़ाया था। सभी को जानकर आश्चर्य होगा कि आज उनके पास 71 हजार शेयर होल्डर्स हैं। यहां प्रतिदिन 2.5 लाख लीटर दूध का संग्रहण होता है। उन्होंने कहा कि पूर्वान्चल हरियाली वाला क्षेत्र है। यहां गाय व भैस पर्याप्त संख्या में हैं। हमें मेहनत करने की आवश्यकता है। प्रशासन लोगों को पशुपालन के लिए प्रेरित करे। बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी ने अब तक 1,250 करोड़ रुपये का कारोबार किया है और 24 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। उन्होंने बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी से अपील की कि वे शेयर होल्डर्स की संख्या बढ़ाएं तथा लोगों को गाय व भैंस पालने के लिए प्रेरित करें। उनको हर गांव में एक दुग्ध समिति बनानी चाहिए और उनको अपने साथ जोड़ना चाहिए। उन्हें उनकी जरूरत के अनुसार यंत्र उपलब्ध कराना चाहिए।

मुख्यमंत्री जी ने उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के निदेशक/प्रशासन को निर्देशित किया कि इस मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी के सदस्यों को
बुन्देलखण्ड क्षेत्र का भ्रमण कराएं। यहां से 10 महिलाओं को ले जाकर वहां का कार्य दिखाये और प्रशिक्षण भी कराएं। अगर बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी प्रतिदिन ढाई लाख लीटर दूध का संग्रहण कर सकती है, तो बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी 03 लाख लीटर दूध संग्रह करने का सामर्थ्य रखती है। ऐसा करने के लिए कम्पनी को अपने शेयर होल्डर्स बढ़ाने होंगे। अगर वे ऐसा कर लेती है, तो कम्पनी की सरकार पर निर्भरता नहीं होगी तथा पर्याप्त लाभ प्राप्त कर अपने कार्य को बेहतर ढंग से आगे बढ़ा सकेगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काशी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी में लगभग 30 हजारशेयर होल्डर्स हैं, जो प्रतिदिन 01 लाख लीटर से अधिक दूध का संग्रहण करते हैं। ऐसे ही आगरा की सामर्थ्य मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी 03 लाख लीटर प्रतिदिन दूध का संग्रहण करती है। आप भी अगर इस दिशा में प्रयास करेंगे, तो आपके लिए सफलता और स्वावलम्बन का नया माध्यम बनेगा। प्रदेश में अनेक महिला स्वयं सहायता समूह अच्छा कार्य कर रहे हैं। कुशीनगर में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं केले के डंठल की प्रोसेसिंग कर, उसके रेशों से अनेक प्रकार के उत्पादन बना रही हैं। ऐसे ही गोरखपुर में भी अनेक स्वयं सहायता समूह कार्य कर रहे हैं। कार्य की कमी नहीं है। कार्य का चयन और उसके अनुसार पूरी तन्मयता के साथ प्रयास करने पर उसे सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया जा सकता है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबा गोरखनाथ कृपा मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी के साथ ही गोरखपुर में एक फ्लैटेड फैक्ट्री का कार्य भी हो रहा है। बहुत सारे स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इसके साथ जुड़कर जहां पर कपड़े सिलकर प्रति नग के हिसाब से धन कमा सकती हैं। इसी प्रकार प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी कार्य हो रहे है। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा सेे बुन्देलखण्ड क्षेत्र में झलकारी बाई महिला किसान प्रोड्यूसर कम्पनी का गठन किया गया है। इसके द्वारा 7,531 महिलाएं विभिन्न प्रकार की खेती की मूल्य श्रृंखला संवर्धन का कार्यक्रम आगे बढ़ा रही है लगाकर 204 विकास खण्डों में महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा पोषाहार उत्पादन करते हुए उसकी आपूर्ति आंगनबाड़ी केन्द्रांे से हो रही है। हमें बिना किसी राग-द्वेष के आगे बढ़कर सफलता की नई कहानी लिखनी है। सफलता की सभी जय जयकार करते हैं, विफलता की कोई नहीं। हममें से कोई अच्छा कार्य करे, तो उसकी सराहना करनी चाहिए, लेकिन कहीं अगर सफलता नहीं मिल पा रही है, तो हमें समीक्षा करनी चाहिए। उसे और बेहतर करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आप सबके सामने सफलता की नई कहानी लिखने वालों के उदाहरण भी हैं। बी0सी0 सखी द्वारा गांवों में बैंकों से लेन-देन का कार्य किया जा रहा है। हर गांव में विद्युत सखी के माध्यम से विद्युत बिल जमा करवाने का कार्य किया जा रहा है। ‘हर घर नल योजना’ क्रियाशील है। इसके द्वारा भी सफलता की नई कहानी लिखी जा सकती है। किसी एक क्षेत्र को चुनिए, उसमें आपको सफलता निश्चित रूप से प्राप्त होगी। सांसद श्री रवि किशन शुक्ल तथा उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की निदेशक सुश्री दीपा रंजन ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button