CM Yogi Adityanath ने SIRF रैंकिंग में निजी संस्थाओं को शामिल करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए

CM Yogi Adityanath ने कहा कि निजी संस्थानों को भी राज्य संस्थागत रैंकिंग रूपरेखा (SIRF) में शामिल किया जाएगा, जैसे राजकीय और अनुदानित पॉलिटेक्निक संस्थानों।
CM Yogi Adityanath ने कहा कि निजी संस्थानों को भी राज्य संस्थागत रैंकिंग रूपरेखा (SIRF) में शामिल किया जाएगा, जैसे राजकीय और अनुदानित पॉलिटेक्निक संस्थानों। इससे सभी संस्थानों में समान गुणवत्ता मानक बनाए जा सकेंगे। यह निर्देश शुक्रवार को तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा विभागों की समीक्षा बैठक में CM Yogi Adityanath ने दिए थे। शिक्षा मंत्री आशीष पटेल और व्यावसायिक शिक्षा मंत्री कपिल देव अग्रवाल भी बैठक में उपस्थित थे। CM Yogi Adityanath ने गुणवत्तापरक शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि सभी प्राविधिक संस्थान नैक, एनबीए और एनआईआरएफ की जांच में शामिल होना चाहिए। इसके लिए व्यापक तैयारी की जरूरत है।
CM Yogi Adityanath ने भी विश्वविद्यालयों और इंजीनियरिंग कॉलेजों में शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक पदों पर शीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए। उसने कहा कि राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, जो नवस्थापित है, अपने निजी परिसरों में अगले शैक्षणिक सत्र से कार्य कर सकेगा, इसके भवन निर्माण और परिसर विकास से जुड़ी सभी परियोजनाएं निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरी की जाएंगी।
CM Yogi Adityanath ने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को प्रशिक्षण के साथ एक निश्चित अवधि की औद्योगिक इंटर्नशिप दी जाएगी। उनका कहना था कि शिक्षा केवल प्रमाण-पत्र प्राप्त करने का माध्यम नहीं होना चाहिए, बल्कि एक व्यवहारिक, कौशलपूर्ण और उपयोगी प्रणाली होनी चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ का सपना साकार हो, उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक युवा को उनके कौशल के अनुरूप अवसर दिए जाएं।
मुख्यमंत्री को सूचित विभागों की गतिविधि बताई
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय, लखनऊ में वर्ष 2024-25 के लिए 1.64 लाख सीटें आरक्षित हैं, जैसा कि बैठक में बताया गया है। विश्वविद्यालय ने एमओसी आधारित अध्ययन, चॉइस बेस्ड क्रेडिट प्रणाली, मल्टीपल एंट्री-एग्जिट और इंटीग्रेटेड प्रोग्राम को अपनाया है, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप। 2024–2024 सत्र में विश्वविद्यालय के 12,739 छात्रों को नौकरी मिली, जिसमें अधिकतम वार्षिक वेतन ₹59.91 लाख था। ऐसा ही हुआ जब एमएमएमयूटी छात्रों को 2022–23 में गोरखपुर में ₹52 लाख वार्षिक वेतन तक के पैकेज पर प्रतिष्ठित कंपनियों में नौकरी मिली।
व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग ने बताया कि वर्तमान में 324 सरकारी एवं 2,982 निजी आईटीआई प्रदेश हैं। 212 राज्य आईटीआई को टाटा टेक्नोलॉजी लिमिटेड के सहयोग से आधुनिक प्रयोगशालाओं और अनुभवी प्रशिक्षकों से सुसज्जित कर उन्नत बनाया गया है। वर्ष 2024-25 में लगभग 1.25 लाख प्रशिक्षुओं को अप्रेंटिसशिप एवं रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं।