Cold Feet in Winter: जानें क्यों रजाई या कंबल में रहने के बावजूद भी पैरों में ठंडक रहती है। आयरन, विटामिन B12, थायरॉइड और ब्लड सर्कुलेशन की कमी से जुड़ी इस समस्या के आसान समाधान।
Cold Feet in Winter: सर्दियों में ठंड से बचने के लिए हम रजाई या कंबल में दुबक जाते हैं, लेकिन कई लोगों के पैर फिर भी ठंडे रहते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है, तो इसे सिर्फ मौसम की वजह न समझें। यह शरीर में किसी पोषक तत्व की कमी या किसी छिपी बीमारी का संकेत भी हो सकता है।
1. कमजोर ब्लड सर्कुलेशन
पैरों में ठंडक महसूस होने की सबसे आम वजह ब्लड फ्लो का सही तरीके से न होना है। जब खून पैरों तक पूरी तरह नहीं पहुंचता, तो वहां तापमान गिर जाता है। लंबे समय तक बैठे रहने या कम चलने से यह समस्या बढ़ सकती है। रोजाना टहलना, पैरों की हल्की मालिश और लगातार एक ही पोजिशन में न बैठना फायदेमंद है।
2. आयरन की कमी
अगर आपके पैर हमेशा ठंडे रहते हैं, तो यह आयरन की कमी का संकेत हो सकता है। आयरन की कमी से खून में ऑक्सीजन का प्रवाह घट जाता है, जिससे हाथ और पैर ठंडे महसूस होते हैं। पालक, गुड़, चुकंदर, अनार, दालें और हरी सब्जियां खाने से मदद मिलती है। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर की सलाह से आयरन सप्लीमेंट भी लिया जा सकता है।
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3. थायरॉइड हार्मोन का असंतुलन
थायरॉइड हार्मोन मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करता है। अगर यह हार्मोन कम बनता है, तो शरीर की गर्मी कम हो जाती है और हाथ-पैर जल्दी ठंडे होने लगते हैं। इसके साथ वजन बढ़ना, थकान और बाल झड़ना जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसे में थायरॉइड की जांच जरूरी है।
4. विटामिन B12 की कमी
विटामिन B12 नसों और खून के लिए जरूरी है। इसकी कमी से नसें कमजोर हो जाती हैं और पैरों में झनझनाहट, सुन्नपन या ठंडक महसूस हो सकती है। दूध, अंडा, मछली और डेयरी उत्पाद इसका प्राकृतिक स्रोत हैं। शाकाहारी लोग डॉक्टर की सलाह से B12 सप्लीमेंट ले सकते हैं।
5. डायबिटीज और नर्व डैमेज
मधुमेह (डायबिटीज) भी ठंडे पैरों का कारण बन सकता है। डायबिटिक न्यूरोपैथी के कारण नसें प्रभावित होती हैं और पैरों में ठंडक, सुन्नपन या झनझनाहट महसूस होती है। शुगर कंट्रोल में रखना और रोज हल्की एक्सरसाइज करना जरूरी है।
6. मौसम का असर
कभी-कभी पैरों का ठंडा रहना सिर्फ सर्दी की वजह से भी हो सकता है। शरीर अपने महत्वपूर्ण अंगों जैसे दिल और दिमाग को गर्म रखने पर ज्यादा ध्यान देता है, जिससे पैरों में ब्लड फ्लो कम हो जाता है। ऊनी मोजे पहनें, शरीर को गर्म रखें और जरूरत पड़ने पर गरम पानी की बोतल का इस्तेमाल करें।
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