दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ‘ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेंस’ के समापन सत्र को संबोधित करते हुए सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे मतभेद भूलकर राष्ट्रीय हित और जनकल्याण के लिए एकजुट हों। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विचारों की विविधता महत्वपूर्ण है, लेकिन जब बात देश और जनता के हित की हो तो सभी दलों को एक साथ खड़ा होना चाहिए।
लोकतंत्र की नींव है त्याग और संघर्ष
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि भारत का लोकतंत्र त्याग और संघर्ष की मजबूत नींव पर खड़ा है। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों को याद दिलाया कि उनका सबसे बड़ा कर्तव्य देश के प्रति होता है। उन्होंने जोर देकर कहा, “राष्ट्र पहले, पार्टी बाद में और स्वयं सबसे अंत में होना चाहिए।”
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स्वतंत्रता सेनानियों को किया नमन
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी और विट्ठलभाई पटेल जैसे महान स्वतंत्रता सेनानी की भूमिका का उल्लेख किया, जिन्होंने कठिन परिस्थितियों में भी लोकतांत्रिक आदर्शों और संसदीय मर्यादाओं की नींव रखी। रेखा गुप्ता ने कहा कि आज हमें संविधान और लोकतांत्रिक संस्थाओं के माध्यम से एक स्वतंत्र राष्ट्र का नेतृत्व करने का गौरव प्राप्त है, जिसे हमें मजबूत और संरक्षित करना है।
लोकतंत्र का 100 साल का इतिहास
सीएम ने देश की पहली केंद्रीय विधानसभा की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक अवसर भारत के लोकतांत्रिक विकास का मील का पत्थर है, जिसने स्वशासन और लोकतांत्रिक व्यवस्था की मजबूत नींव रखी।
समरसता में है शक्ति
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने साफ किया कि संसद और विधानसभाओं में बहस का उद्देश्य केवल जनकल्याण और लोकतंत्र की गरिमा को बनाए रखना होना चाहिए। उन्होंने कहा, “देश हित में एकता और समरसता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।”
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