Delhi Election 2025: दिल्ली के जाट समाज को केंद्र सरकार की ओबीसी लिस्ट में शामिल करने की मांग को अरविंद केजरीवाल ने दोहराया। उन्होंने जाट नेताओं के समूह से मुलाकात की।
Delhi Election 2025: आम आदमी पार्टी और बीजेपी दिल्ली में जाट वोट बैंक पर निगरानी रखते हैं। जाट बहुत सी विधानसभा सीटों पर जीत और हार में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। यही कारण है कि आप और बीजेपी जाट मतदाताओं को जीतने की कोशिश कर रहे हैं। सोमवार को दिल्ली और आसपास के राज्यों के जाट नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। बातचीत के दौरान जाट आरक्षण पर उनका भरोसा था। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार बनने पर जाटों को ओबीसी लिस्ट में शामिल कराने की कोशिश की जाएगी।
आप संयोजक ने बताया कि कैबिनेट की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें ओबीसी कमिशन को दिल्ली में जाटों को आरक्षण का प्रस्ताव भेजा जाएगा। जाट नेताओं से मुलाकात के दौरान अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री और प्रधानमंत्री पर भी हमला बोला। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों नेता ने जाटों को आरक्षण देने का वादा किया था, लेकिन बाद में उसे भूल गए। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने अपने वादे को पूरा किया है। दिल्ली में जाट समाज को आरक्षण देने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
जाट नेताओं की राय क्या थी?
जाट नेताओं ने भी अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद बयान दिए। उनका अनुमान था कि जाट समाज का वोट अरविंद केजरीवाल की पार्टी के पक्ष में जाएगा। जाट नेताओं ने कहा कि आम आदमी पार्टी इस बार अपने वादे पर भरोसा कर सकती है। दिल्ली सहित हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लगभग डेढ़ दर्जन जाट नेताओं से आप संयोजक ने मुलाकात की। बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल के दावे पर प्रश्न उठाया। कैलाश गहलोत ने बताया कि अरविंद केजरीवाल ने जाटों को आरक्षण देने की पहल क्यों नहीं की।
जाट आरक्षण पर घमासान
दिल्ली में जाट आरक्षण का मुद्दा आपने दो बार तीन बार संयोजक से उठाया था। नई दिल्ली सीट से बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने आप नेताओं के जाट आरक्षण के आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जाट नेता साहिब सिंह वर्मा को दिल्ली का पहला मुख्यमंत्री बनाया था। प्रवेश वर्मा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल और आप के झांसे में अब दिल्ली का जाट नहीं आने वाला। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली के जाट मतदाताओं को बीजेपी पर भरोसा है।