Delhi Student Protest: दिल्ली के राजेंद्र नगर कोचिंग इंस्टीट्यूट में हुए हादसे को लेकर विद्यार्थियों का प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा। विद्यार्थी कहते हैं कि यह सब सिर्फ कुछ दिनों का प्रदर्शन है। हमें फिर उसी हाल में रहना होगा।
Delhi Student Protest: सोमवार को भी, राजधानी के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग संस्थान की लापरवाही के बाद छात्रों का आंदोलन जारी रहा। सोमवार को यहां के सभी शिक्षण संस्थानों और पुस्तकालयों ने काम नहीं किया। विद्यार्थी कहते हैं कि यह सब सिर्फ कुछ दिनों का प्रदर्शन है। दो दिन बाद भी हमें उसी जगह रहना होगा। आज जो कुछ किया जा रहा है, पहले भी हो सकता था। पुस्तकालयों और शिक्षकों के सोमवार को बंद होने से भी विद्यार्थियों को पढ़ाई की चिंता है। प्रशासन छात्रों को आश्वस्त करता है कि ऐसी घटना फिर नहीं होगी, जब वे बताते हैं कि समस्या का समाधान है।
कुछ कोचिंग संस्थानों ने सुरक्षा जांच के लिए दो दिन कोचिंग बंद कर दिया है। दर्शक छात्र ने बताया कि वह एक श्रेष्ठ शिक्षण संस्थान में पढ़ता है। सुरक्षा ऑडिट के लिए प्रशिक्षण नहीं दिया गया है। कुछ विद्यार्थियों का कहना है कि अधिकांश कोचिंग भी बंद कर दी गई है ताकि विद्यार्थी उग्र न हों। छात्रों का लक्ष्य कोचिंग संस्थानों की प्रतिबद्धता और छात्रों की सुरक्षा को लेकर है। प्रदर्शनकारी छात्र ब्रजेंद्र यादव का कहना है कि कोचिंग बंद होने के कारण हमारी दिक्कतें बढ़ गई है।
यहां पढ़ाई नहीं करना नुकसानदायक होगा, भले ही हम कमरे का किराया और लाइब्रेरी का किराया दें। हम लोग प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि इसका समाधान खोजा जाए। सोमवार सुबह से ही छात्र क्रोधित और दुखी होकर विरोध प्रदर्शन में बैठ गए। छात्रों ने बैनर, मृतकों के चित्र और ग्रेफिटी हाथों में रखकर अपना असंतोष व्यक्त किया। विद्यार्थियों ने कहा कि एमसीडी और प्रशासन पर उनका भरोसा नहीं है। इस घटना को लेकर मुखर्जी नगर में भी प्रदर्शन हुए। विद्यार्थियों ने निगम का विरोध किया।
प्रदर्शन स्थल तक पहुंचने का एक तरफ से रास्ता बंद
प्रदर्शन के दौरान क्षेत्र की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। एक पक्ष प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों को प्रवेश नहीं दे रहा है। उन्हें चारों ओर बैरिकेडिंग लगाकर घेर लिया गया है और एक ओर रास्ता बनाया गया है। विद्यार्थी कोचिंग संस्थान के निकट सड़क पर बैठकर मरने वाले परिवारों को न्याय और मुआवजे की मांग कर रहे हैं। वे जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग कर रहे हैं। यहां मीडिया के लोगों को कार्ड देखने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा था।