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सावन के शनिवार पर करें यह शनि देव उपाय, शिवजी की कृपा साथ-साथ मिलेगी

सावन के शनिवार को शिवजी और शनि देव की पूजा से मिलती है विशेष कृपा। जानिए सावन शनिवार उपाय, शनि दोष निवारण के आसान तरीके और शुभ पूजा विधि ताकि जीवन में धन, स्वास्थ्य और सुख-शांति बनी रहे।

सावन माह हिंदुओं के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है, खासकर सावन के शनिवार। इस महीने में शिवजी की पूजा के साथ-साथ शनि देव की आराधना भी अत्यंत फलदायी होती है। सावन का प्रत्येक शनिवार विशेष महत्व रखता है क्योंकि इस दिन शिवजी और शनि देव दोनों की पूजा से जीवन में सुख-शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि आती है। आइए जानते हैं सावन के शनिवार पर किए जाने वाले प्रभावी उपाय और पूजा विधि।

सावन के शनिवार का महत्व

सावन के शनिवार को ‘संपत शनिवार’ भी कहा जाता है। यह दिन धन और संपत्ति की प्राप्ति का शुभ अवसर माना जाता है। शनि देव, जिन्हें कर्मफल दाता के रूप में जाना जाता है, का इस दिन विशेष पूजन करने से जीवन में नकारात्मकता दूर होती है और सफलता मिलती है। शिवजी को शनि देव का गुरु माना जाता है, इसलिए सावन के शनिवार को दोनों देवताओं की पूजा से दोगुना फल मिलता है।

सावन के शनिवार पर शनि देव और शिवजी की पूजा विधि

  • सबसे पहले पीपल के पेड़ के नीचे जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं। दीपक के नीचे काले तिल जरूर डालें।

  • इसके बाद शिवजी के मंत्र ‘ॐ नमः शिवाय’ का जाप करें।

  • इसके बाद शनि देव के मंत्र ‘ॐ शनि देवाय नमः’ का जाप करें।

  • पूजा के बाद गरीबों और निर्धनों को भोजन या अन्य वस्तुओं का दान करें। ऐसा करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है और रोजगार संबंधी समस्याएं दूर होती हैं।

सावन में शनि देव की पूजा के फायदे

  • शनि दोष, साढ़ेसाती या ढैय्या से पीड़ित लोगों को इस दिन की पूजा से विशेष लाभ होता है।

  • शनि देव की पूजा से कष्ट, रोग और आर्थिक परेशानियां कम होती हैं।

  • स्वास्थ्य में सुधार आता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।

  • कामकाज में सफलता और आर्थिक वृद्धि होती है।

सावन के प्रत्येक शनिवार को करें ये उपाय

  • निर्धनों को दान जरूर करें, खासकर भोजन और आवश्यक वस्तुएं।

  • पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।

  • काले तिल का प्रयोग पूजा में करें।

  • शिवजी और शनि देव के मंत्रों का नियमित जाप करें।

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