High Uric Acid: हाइपरयूरिसीमिया (शरीर में यूरिक एसिड की अधिक मात्रा) होती है जब किडनी इसे बाहर नहीं निकाल पाती या यह खून में जमा होने लगता है।
शरीर में प्यूरीन नामक पदार्थ के टूटने से High Uric Acid बनता है, जो एक प्राकृतिक तत्व है। हमारे शरीर की कुछ कोशिकाओं और कुछ खाद्य पदार्थों में प्यूरीन होता है। यूरिक एसिड आम तौर पर खून में घुल जाता है और यूरिन के माध्यम से बाहर निकलता है। लेकिन जब किडनी यूरिक एसिड को प्रभावी रूप से बाहर नहीं निकाल पाती, तो यह खून में जमा होने लगता है— और यही स्थिति हाई यूरिक एसिड या हाइपरयूरिसीमिया कहलाती है।
किडनी हाई यूरिक एसिड से प्रभावित होती हैं
किडनी लंबे समय तक हाई यूरिक एसिड से प्रभावित हो सकती हैं। शरीर में अधिक यूरिक एसिड जमा होने पर किडनी में छोटे क्रिस्टल बन सकते हैं। ये क्रिस्टल धीरे-धीरे किडनी की क्षमता को कम करने लगते हैं और सूजन, किडनी पत्थर, या गंभीर मामलों में किडनी फेलियर का कारण भी बन सकते हैं। हाई यूरिक एसिड भी किडनी के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है।
आपके जोड़ों में लगातार दर्द, सूजन या पेशाब में जलन जैसी समस्याओं को न भूलें। इन लक्षणों में हाई यूरिक एसिड हो सकता है। ऐसे में, ब्लड टेस्ट करवाकर यूरिक एसिड की मात्रा का पता लगाना और डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
यूरिक एसिड को कैसे नियंत्रित किया जाएगा:
खूब पानी पिएं: दवाओं के अलावा कुछ प्राकृतिक उपचार भी इस समस्या को नियंत्रित करने में बहुत प्रभावी होते हैं। पहले पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए। अधिक पानी पीने से शरीर से यूरिक एसिड बाहर निकलता है। दिनभर में 8 से 10 ग्लास पानी जरूर पीएं।
हाई प्यूरीन वाले भोजन न खाएं: इसके अलावा, दालें, मशरूम, बीयर, मछली, रेड मीट और बीयर से बचें। इनके स्थान पर फाइबर युक्त सब्जियों और फलों (जैसे सेब, चेरी, गाजर, खीरा) को शामिल करें।
अल्कोहल और शराब से दूर रहें: शुगर और अल्कोहल का सेवन सीमित करें क्योंकि ये यूरिक एसिड को बढ़ा सकते हैं। संतुलित वजन बनाए रखना भी महत्वपूर्ण है क्योंकि मोटापा यूरिक एसिड को बढ़ाता है। हल्का-फुल्का व्यायाम और योग भी शरीर के मेटाबॉलिज्म को सुधारते हैं, जिससे यूरिक एसिड नियंत्रित रहता है।
कुल मिलाकर, हाई यूरिक एसिड एक खतरनाक स्थिति है लेकिन नियंत्रण योग्य है। थोड़े से प्रयास, नियमित जांच और संतुलित जीवनशैली के ज़रिए न सिर्फ आप यूरिक एसिड को नियंत्रित रख सकते हैं, बल्कि अपनी किडनी को भी लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।