राज्यपंजाब

Dr. Ravjot Singh: पर्यावरण संरक्षण के लिए प्लास्टिक का उपयोग न करने का संकल्प लें

Ravjot Singh: विश्व पर्यावरण दिवस, 2025 के उपलक्ष्य में मोहाली में राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता की

पंजाब के स्थानीय निकाय एवं संसदीय मामलों के मंत्री Dr. Ravjot Singh ने जनता से पर्यावरण संरक्षण के लिए प्लास्टिक का उपयोग न करने तथा इस वर्ष की थीम ‘प्लास्टिक प्रदूषण को हराओ’ का पालन करने का आह्वान किया।

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण विभाग, पंजाब द्वारा इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, मोहाली में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करते हुए डॉ. रवजोत सिंह ने राज्य की मौजूदा पर्यावरण चुनौतियों पर चिंता व्यक्त की तथा पंजाब को स्वच्छ एवं हरित पर्यावरण के साथ सबसे स्वस्थ राज्यों में से एक बनाने के लिए समयबद्ध तरीके से इन चुनौतियों से निपटने के लिए भगवंत सिंह सरकार द्वारा किए जा रहे समग्र उपचारात्मक कार्यों पर प्रकाश डाला।

Dr. Ravjot Singh ने आगे बताया कि राज्य सरकार ने पर्यावरण पर इसके हानिकारक प्रभावों के कारण राज्य में सिंगल-यूज प्लास्टिक (एसयूपी) पर पहले ही प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन इसके निर्माण, आयात, भंडारण, वितरण, बिक्री और उपयोग पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। संबंधित विभागों/एजेंसियों को सख्त अनुपालन सुनिश्चित करने और गैर-प्लास्टिक और पर्यावरण के अनुकूल विकल्पों के उपयोग को बढ़ावा देने के निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने राज्य के लोगों से श्री गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का पालन करते हुए अपने आस-पास के वातावरण और पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए अपने स्तर पर योगदान देने का आह्वान किया, जिन्होंने हमें ‘वायु’ को गुरु, ‘जल’ को पिता और धरती को माता के समान मानते हुए प्रकृति का सम्मान और संरक्षण करने का उपदेश दिया। उन्होंने पंजाब के नागरिकों से पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली अपनाने और प्रकृति और उसकी सभी विशेषताओं के प्रति दया रखने का भी आह्वान किया।

समारोह का उद्घाटन करते हुए डॉ. रवजोत सिंह ने पौधे वितरित करके राज्य में वृक्षारोपण के लिए जागरूकता अभियान की शुरुआत की और लोगों से इस महान कार्य में भाग लेने का आह्वान किया। उन्होंने लोगों से पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्लास्टिक के उपयोग से बचने को कहा।

मंत्री ने पर्यावरण-पुनर्स्थापन कार्यों के लिए संगठनों/विभागों को 8.10 करोड़ रुपये के चेक वितरित किए और पंजाब बायोटेक्नोलॉजी इनक्यूबेटर में दो महत्वपूर्ण अनुसंधान प्रयोगशालाओं का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया।

इसके अलावा, स्थानीय निकाय मंत्री ने पंजाब राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (पीएससीएसटी) और खालसा कॉलेज अमृतसर द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गई गुरबाणी में प्रकृति के चमत्कार नामक पुस्तक और परिषद द्वारा तैयार की गई पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन की द्विभाषी विश्वकोश शब्दकोश का विमोचन किया। इस अवसर पर पीएससीएसटी और इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट (आईजीएसडी), यूएसए द्वारा संयुक्त रूप से तैयार की गई तकनीकी रिपोर्ट पाथवेज टू नेट जीरो इन पंजाब: क्रिटिकल रोल ऑफ नॉन-सीओ2 पॉल्यूटेंट्स का भी विमोचन किया गया।

पर्यावरण, प्रकृति संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में पंजाब के उत्कृष्ट और महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देते हुए, मंत्री ने आज चार संगठनों को शहीद भगत सिंह पंजाब राज्य वार्षिक पर्यावरण पुरस्कार के 2025 संस्करण से सम्मानित किया। इन संगठनों में ग्राम पंचायत की श्रेणी में ग्राम जंगीराना, जिला बठिंडा; संस्थान की श्रेणी में सरकारी हाई स्कूल मलकोन, मानसा; एनजीओ/सामाजिक संगठन की श्रेणी में ग्रीन प्लैनेट सोसाइटी, जीरकपुर, एसएएस नगर और उद्योग की श्रेणी में नटराज वूलटेक्स लिमिटेड, अमृतसर शामिल हैं। पुरस्कार में प्रत्येक संगठन को 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार, प्रशंसा पत्र और सिल्वर प्लेट स्मृति चिन्ह शामिल है।

इसके अलावा, मंत्री ने पंजाब के 8 जमीनी स्तर के अन्वेषकों को भी सम्मानित किया, जिन्हें 1043 प्रविष्टियों में से चुना गया था, जिन्होंने अपनी प्रतिभा और ज्ञान के साथ कम लागत वाली स्वदेशी तकनीक और प्रक्रियाएँ विकसित कीं। संगरूर, पटियाला, लुधियाना और अमृतसर के जिला समन्वयकों को राष्ट्रीय पर्यावरण-रचनात्मकता और नवाचार हैकाथॉन में भारत में सर्वश्रेष्ठ जिलों का पुरस्कार प्राप्त करने के लिए भी सम्मानित किया गया। गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कोट खालसा, अमृतसर को भी WIPRO अर्थियन अवार्ड, 2024 जीतने के लिए सम्मानित किया गया। गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल, कोट खालसा, अमृतसर इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए चुने गए देश के 20 सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में से एक था। माननीय मंत्री ने जमीनी स्तर के अन्वेषकों की सुविधा के लिए PSCST द्वारा तैयार एक पुस्तिका का भी विमोचन किया।

राज्य सभा सदस्य पदम श्री संत बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल ने पर्यावरण क्षरण की विश्वव्यापी प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पर्यावरण के दुष्प्रभावों के कारण आने वाली चुनौतियों से अपने ग्रह पृथ्वी को बचाना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने काली नदी का उदाहरण देते हुए कहा कि कभी प्रदूषित जल निकाय के रूप में जानी जाने वाली काली नदी अब जल का पवित्र स्रोत बन गई है। उन्होंने कहा कि हम कड़ी मेहनत करके सब कुछ संभव कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब लुधियाना में बुड्ढा नाले की सफाई शुरू की गई थी, तो रास्ते में बहुत सारी अड़चनें आईं, लेकिन अब 12 गांवों और तीन कॉलोनियों को शामिल करने वाले हिस्से ने बाकी हिस्से को भी रास्ता दिखाया है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में बुड्ढा नाले में बहने वाला पानी साफ और स्वच्छ होगा, ऐसा उनका पूरा विश्वास है। उन्होंने हमारे आसपास के पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए सामूहिक और सकारात्मक मानवीय दृष्टिकोण का आह्वान किया।

इस अवसर पर उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण सचिव प्रियांक भारती, विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण के विशेष सचिव-सह-निदेशक, पर्यावरण मनीष कुमार, नगर निगम मोहाली के आयुक्त परमिंदर पाल सिंह, पंजाब राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद के कार्यकारी निदेशक प्रितपाल सिंह, पंजाब बायोटेक्नोलॉजी इनक्यूबेटर के सीईओ डॉ. अजीत दुआ, पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव जीएस मजीठिया के अलावा पर्यावरणविद् और उद्योग एवं सामुदायिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल थे।

Related Articles

Back to top button