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शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने पंजाब में सरकारी स्कूलों में शिक्षा सुधार के लिए शिक्षकों के साथ संवाद किया

पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा सुधार के लिए शिक्षकों के साथ संवाद आयोजित कर फीडबैक लिया।

पंजाब के शिक्षा मंत्री स. हरजोत सिंह बैंस ने मंगलवार को विरासत-ए-खालसा, श्री आनंदपुर साहिब में सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए शिक्षकों के साथ विशेष संवाद का आयोजन किया। यह पहल सरकारी स्कूलों की शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए पहली बार की गई है, जिसमें शिक्षकों से प्रत्यक्ष फीडबैक लेकर उनकी आवश्यकताओं और सुझावों को समझा गया।

राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षित शिक्षक हुए शामिल- हरजोत सिंह बैंस

इस संवाद कार्यक्रम में राष्ट्रीय एवं राज्य पुरस्कार विजेता शिक्षकों के साथ-साथ सिंगापुर, फिनलैंड और अहमदाबाद से प्रशिक्षित शिक्षकों ने भी भाग लिया। मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने शिक्षकों के अनुभव और सुझावों को ध्यानपूर्वक सुना और शिक्षा के मानकों, स्कूलों के बुनियादी ढाँचे में सुधार के लिए उनके विचारों को अहम बताया।

शिक्षा सुधारों के लिए अभिनव पहल

हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’, ‘स्कूल ऑफ हैप्पीनेस’ और ‘स्कूल ऑफ ब्रिलियंस’ जैसे अभिनव मॉडल शुरू किए गए हैं, जिनका उद्देश्य सरकारी स्कूलों को आधुनिक और प्रतिस्पर्धी बनाना है। इसके तहत एस्ट्रोटर्फ मैदान, शूटिंग रेंज, स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो सके।

शिक्षकों का नेतृत्व और प्रबंधन कौशल सशक्त करने पर जोर

शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस  ने कहा कि सरकारी स्कूलों के प्रधानाचार्यों, शिक्षकों को सिंगापुर, फिनलैंड और आईआईएम अहमदाबाद जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है, जिससे उनका नेतृत्व और प्रबंधन कौशल बढ़े। यह पहली बार है जब पंजाब सरकार ने शिक्षा प्रणाली को इस स्तर पर आधुनिक बनाने के लिए ऐसे कदम उठाए हैं।

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पंजाब की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के प्रमाण

राष्ट्रीय शिक्षा सर्वेक्षण में पंजाब को शीर्ष स्थान मिलने पर मंत्री हरजोत बैंस ने शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने बताया कि हजारों सरकारी स्कूलों की चारदीवारी पूरी हो चुकी है, साथ ही नई प्रयोगशालाएँ, पुस्तकालय और डिजिटल क्लासरूम भी स्थापित किए गए हैं। स्कूलों में कैंपस मैनेजर और सुरक्षा गार्ड तैनात किए जाने जैसे कदम भी शिक्षकों के सुझावों पर आधारित हैं।

शिक्षकों और अधिकारियों ने किया सराहना

कार्यक्रम में उपस्थित शिक्षकों, प्रधानाचार्यों और अधिकारियों ने पंजाब सरकार द्वारा शिक्षा सुधारों के लिए ऐसे संवाद मंच प्रदान करने की सराहना की। उन्होंने डिजिटल सुविधाओं, समय पर पाठ्यपुस्तकों और स्कूल के बुनियादी ढाँचे में सुधार के लिए शिक्षा मंत्री का धन्यवाद किया।

विधायक दिनेश चड्ढा ने भी व्यक्त किया समर्थन

रूपनगर के विधायक एडवोकेट दिनेश कुमार चड्ढा ने कहा कि पंजाब में शैक्षिक क्रांति के चलते सरकारी स्कूलों की तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। उन्होंने भविष्य में सरकारी स्कूलों के छात्रों की प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर सफलता की उम्मीद जताई।

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