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भारत निर्वाचन आयोग ने शिकायत, सुविधा और आवेदन के लिए बनाए ऐप्स

विधानसभा उप चुनाव-2024 मतदाताओं के मददगार साबित हो रहे हैं ऐप्स भारत निर्वाचन आयोग ने शिकायत, सुविधा और आवेदन के लिए बनाए ऐप्स

लोकतंत्र के उत्सव में अधिक से अधिक मतदाताओं की भूमिका सुनिश्चित करने, मतदाताओं की सुविधा एवं सहायता में के लिए भारत निर्वाचन आयोग के ऐप्स कारगर साबित हो रहे हैं।  निर्भीक व निष्पक्ष मतदान, मतदाताओं की शिकायतों के निवारण, मतदाताओं को मतदान सम्बंधी जानकारी उपलब्ध कराने और मतदाता जागरूकता के लिए विभिन्न एप्स तैयार किए गए हैं, जिनका इस्तेमाल बेहद आसान है। इन्हें गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।

सी-विजिल

जिला निर्वाचन अधिकारी अंकित कुमार सिंह ने बताया कि उपचुनाव में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर कड़ी निगरानी रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बनाया गया सी-विजिल ऐप शिकायतों के समाधान का बेहतरीन जरिया है। सी-विजिल ऐप किसी भी व्यक्ति को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है। आमजन इस ऐप का इस्तेमाल करके कदाचार की घटना भेज सकता है। रिकॉर्ड 100 मिनट की समयसीमा में अधिकारीगण समाचार का निस्तारण करेंगे। उन्होंने बताया कि इस ऐप की सबसे खास बात यह है कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाने का विकल्प भी है। सी-विजिल ऐप की मदद से मतदान केन्द्र पर किसी भी संदिग्ध व्यक्ति और गड़बडी की सूचना दी जा सकती है। उम्मीदवार अगर किसी को प्रलोभन दे रहा है तो सूचना दी जा सकती है। इसमें वीडियो और ऑडियो अटैच करने की सुविधा भी है।

वोटर हेल्पलाइन ऐप (वीएचए)

वोटर हेल्पलाइन ऐप में मतदाता सूची में नाम जोड़ने, नाम, पता संशोधन करने, नाम हटाने, वोटर आईडी को आधार से लिंक करने, मतदाता सूची में नाम खोजने, मतदान केन्द्र विवरण, ई-एपिक डाउनलोड करने की सुविधा है। मतदाता इस ऐप की मदद से अपनी वोटर आईडी घर बैठे प्राप्त कर सकता है, वोटर आईडी में संशोधन कर सकता है।

सक्षम

विशेष योग्यजन नागरिकों की सुविधा के लिए सक्षम ऐप बनाया गया है। इसके माध्यम से दिव्यांग पंजीकरण और संशोधन करा सकते हैं। व्हील चेयर के लिए आवेदन, मतदाता सूची में नाम खोजने, बूथ की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

केवाईसी

‘नो योर कंडिडेट‘ ऐप यानी केवाईसी ऐप की मदद से मतदाता अपने उम्मीदवार की सारी जानकारी प्राप्त कर सकता है। उम्मीदवार की साक्षरता, प्रोपर्टी कितनी और उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जानकारी हासिल की जा सकती है।

Source: https://dipr.rajasthan.gov.in

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