FIDE Womens Chess World Cup 2025 में दिव्या देशमुख ने कोनेरू हम्पी को टाईब्रेकर में हराकर खिताब जीत लिया। जानें कैसे बनीं भारत की चौथी महिला ग्रैंडमास्टर।
भारत की युवा शतरंज खिलाड़ी दिव्या देशमुख ने इतिहास रचते हुए FIDE Womens Chess World Cup 2025 का खिताब जीत लिया है। उन्होंने अनुभवी ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी को टाईब्रेकर में हराकर यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट अपने नाम किया। इस जीत के साथ ही दिव्या देशमुख भारत की चौथी महिला ग्रैंडमास्टर भी बन गई हैं।
टाईब्रेकर में कोनेरू हम्पी को हराकर जीता खिताब
फाइनल के दो क्लासिकल मुकाबले ड्रॉ रहे, जिसके बाद मुकाबला टाईब्रेकर में गया। यहां दिव्या ने पहले मुकाबले में सफेद मोहरों से ड्रॉ खेला और दूसरे मुकाबले में काले मोहरों से हम्पी को हराकर 2.5-1.5 से जीत दर्ज की।
इसके साथ ही वह FIDE Womens World Cup का खिताब जीतने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी बन गईं।
क्या बोलीं चैंपियन दिव्या देशमुख?
FIDE Womens Chess World Cup 2025 मैच के बाद दिव्या ने कहा: “मुझे जीत को समझने के लिए थोड़ा वक्त चाहिए। टूर्नामेंट शुरू होने से पहले मेरे पास एक भी ग्रैंडमास्टर नॉर्म नहीं था और अब मैं ग्रैंडमास्टर हूं। शायद यह मेरी किस्मत थी।”
दिव्या की यह जीत न सिर्फ ऐतिहासिक है, बल्कि भारतीय महिला शतरंज को भी एक नई दिशा देती है।
also read:- IND Vs ENG: सिर्फ 21 रन दूर हैं रवींद्र जडेजा एक और खास…
भारत की चौथी महिला ग्रैंडमास्टर बनीं दिव्या
दिव्या देशमुख अब कोनेरू हम्पी, डी हरिका और आर वैशाली के बाद भारत की चौथी महिला ग्रैंडमास्टर बन गई हैं। इसके अलावा वह FIDE Womens Candidates Tournament 2026 के लिए भी क्वालिफाई कर चुकी हैं, जहां से महिला वर्ल्ड चैंपियनशिप का दावेदार तय होगा।
टैलेंट और टेम्परामेंट की जीत
दिव्या ने कोनेरू हम्पी जैसी अनुभवी खिलाड़ी के खिलाफ जीत दर्ज कर यह साबित किया कि आने वाले वर्षों में वह भारत की ओर से शतरंज की दुनिया में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं। हम्पी भले ही हार गईं, लेकिन उन्होंने अंत तक शानदार संघर्ष किया।
दिव्या देशमुख की उपलब्धियां संक्षेप में:
-
FIDE Womens Chess World Cup 2025 Winner
-
भारत की पहली महिला चेस वर्ल्ड कप विजेता
-
भारत की चौथी महिला ग्रैंडमास्टर
-
FIDE Candidates Tournament 2026 में एंट्री
For More English News: http://newz24india.in



