https://support.google.com/news/publisher-center/answer/13060993
स्वास्थ्य

बार-बार मसल्स क्रैम्प आना हो सकता है गंभीर बीमारी का संकेत, जानें वजह और बचाव

बार-बार मसल्स क्रैम्प आना सिर्फ थकान नहीं बल्कि कैल्शियम, विटामिन D, इलेक्ट्रोलाइट की कमी या नसों की समस्या का संकेत हो सकता है। जानें कारण, लक्षण और बचाव के उपाय।

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मसल्स क्रैम्प एक आम लेकिन नजरअंदाज की जाने वाली समस्या बनती जा रही है। हाथ या पैरों की मांसपेशियों में अचानक तेज खिंचाव, अकड़न और असहनीय दर्द का अनुभव अक्सर लोग थकान या पानी की कमी समझकर टाल देते हैं। लेकिन अगर बिना ज्यादा मेहनत के या रात में सोते समय बार-बार क्रैम्प की परेशानी हो रही है, तो यह शरीर में किसी अंदरूनी गड़बड़ी का संकेत हो सकता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, लगातार मसल्स क्रैम्प होना सिर्फ लाइफस्टाइल से जुड़ी समस्या नहीं बल्कि पोषक तत्वों की कमी, नसों की खराबी या ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी बीमारियों की चेतावनी भी हो सकता है। ऐसे में समय रहते कारण पहचानना बेहद जरूरी है।

कैल्शियम की कमी से बढ़ सकती है क्रैम्प की समस्या

कैल्शियम शरीर के लिए एक जरूरी मिनरल है, जो हड्डियों को मजबूत रखने के साथ-साथ मांसपेशियों और नसों के सही काम में मदद करता है। खराब खान-पान, दूध-दही जैसी चीजों की कमी और धूप में कम रहने के कारण आजकल कई लोग कैल्शियम डिफिशिएंसी का शिकार हैं। इसकी कमी होने पर मांसपेशियों में ऐंठन, हड्डियों में दर्द, कमजोरी और बार-बार क्रैम्प की शिकायत हो सकती है।

इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन भी बन सकता है वजह

शरीर में सोडियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स का संतुलन बिगड़ने पर मांसपेशियां ठीक से काम नहीं कर पातीं। ज्यादा पसीना आना, उल्टी-दस्त, पर्याप्त पानी न पीना या जरूरत से ज्यादा चाय-कॉफी का सेवन करने से यह समस्या बढ़ सकती है। खासकर मैग्नीशियम और पोटैशियम की कमी हाथ-पैरों में क्रैम्प का बड़ा कारण बनती है।

also read: कील-मुंहासों के निशान: चेहरे के गड्ढों को भरने के आसान और…

विटामिन D और B12 की कमी भी है जिम्मेदार

विटामिन D कैल्शियम को शरीर में अवशोषित करने में मदद करता है। इसकी कमी से हड्डियां कमजोर होती हैं और मांसपेशियों में दर्द व ऐंठन बढ़ जाती है। वहीं विटामिन B12 की कमी नसों को प्रभावित करती है, जिससे सुन्नपन, झनझनाहट और बार-बार क्रैम्प की समस्या देखने को मिलती है।

नसों और ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी दिक्कतें

अगर पैरों तक खून पहुंचाने वाली नसों में रुकावट या सिकुड़न हो, तो चलने-फिरने या एक्सरसाइज के दौरान मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन हो सकती है। इसके अलावा डायबिटीज से जुड़ी नर्व डैमेज या रीढ़ की हड्डी पर दबाव भी क्रैम्प की वजह बन सकता है।

क्रैम्प से राहत और बचाव के उपाय

अगर क्रैम्प के साथ लगातार थकान, कमजोरी, हड्डियों में दर्द या हाथ-पैरों में झनझनाहट महसूस हो रही है, तो इसे हल्के में न लें। ऐसे लक्षण किसी गंभीर कमी या बीमारी की ओर इशारा कर सकते हैं। समय रहते डॉक्टर से जांच कराना जरूरी है।

क्रैम्प आने पर प्रभावित हिस्से को हल्का स्ट्रेच करें, धीरे-धीरे मसाज करें और गर्म पानी से सिकाई करें। इसके साथ ही अपनी डाइट में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन D और इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर चीजें शामिल करें। दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी पीना और नियमित हल्की एक्सरसाइज भी क्रैम्प से बचाव में मदद करती है।

For English News: http://newz24india.in

Related Articles

Back to top button