Haryana Assembly Election:-
Haryana Assembly Election: इस सीट पर दावा पेश कर रहे हैं पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के पूर्व OSD जवाहर यादव, पार्टी के जिलाध्यक्ष कमल यादव और पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह। विशेष रूप से, यह राज्य की सबसे बड़ी सीट है मतदाताओं की संख्या के लिहाज से।
Haryana Assembly Election: टिकटों के लिए दावेदारी पेश करने का दौर जारी है, जबकि हरियाणा विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। समाचारों के अनुसार, राज्य के बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेता टिकट की मांग कर रहे हैं। पार्टी ने अभी तक उम्मीदवारों का नाम नहीं बताया है। भाजपा कैंडिडेट्स के लिए आने वाले दो दिनों में एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है। 4 अक्टूबर को जम्मू और कश्मीर के साथ-साथ हरियाणा भी चुनाव परिणाम घोषित होंगे।
सीट का हाल
पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के पूर्व OSD जवाहर यादव, पार्टी के जिलाध्यक्ष कमल यादव और पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह इस सीट पर दावा कर रहे हैं। विशेष रूप से, यह राज्य की सबसे बड़ी सीट है मतदाताओं की संख्या के लिहाज से। बादशाहपुर सेगमेंट, गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली नौ सीटों में से एक है, जिसके 4.5 लाख मतदाता हैं।
रिपोर्ट में भाजपा ने अनुमान लगाया कि बादशाहपुर में लगभग 1.25 लाख अहीर यादव, 60 हजार जाट, 50 हजार अनुसूचित जाति के सदस्य, 35 हजार ब्राह्मण और 30 हजार पंजाबी हैं। यहां मुस्लिम, राजपूत और गुज्जर मतदाता भी हैं।
बादशाहपुर में इतनी हलचल क्यों है?
रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान इस सीट को लेकर तीन उम्मीदवार उत्साहित दिख रहे हैं। वास्तव में, इसी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने सबसे अधिक 1.2 लाख वोट पाए हैं। पार्टी ने राज्य में पांच लोकसभा सीटें जीती हैं, जिसमें गुड़गांव भी शामिल है।
अपने-अपने दावे
जवाहर अपने किए गए ‘विकास कार्यों’ से लोगों का समर्थन कर रहे हैं। वहीं, नरबीर कहते हैं कि सरपंचों का उनका समर्थन है। साथ ही क्षेत्र में उनके विधायक कार्यकाल में सबसे अधिक विकास हुआ है। वहीं, कमल ने कहा कि गुड़गांव सांसद राव इंदरजीत सिंह और भाजपा के केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) सदस्य सुधा यादव को उनका समर्थन मिलेगा।
हालांकि, जवाहर का कहना यह भी है कि किसी को भी टिकट मिलने पर वह पार्टी के लिए काम करेंगे। अखबार से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘मैं 37 सालों से पार्टी में काम कर रहा हूं और सिर्फ इस बार चुनाव लड़ने का सोचा है.’ पार्टी की विचारधारा पर मेरा विश्वास है, इसलिए मैं काम करता रहूंगा, चाहे किसी को टिकट मिले या नहीं।’
BJP की क्या तैयारी
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बातचीत में कहा कि 90 में से अधिकांश सीटों के लिए 3-5 उम्मीदवार शॉर्टलिस्ट किए गए हैं। अटकलें हैं कि बादशाहपुर सीट से दौलताबाद की विधवा कुमुदनी भी निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ सकती हैं।