Health News: पांच मिनट 3 Mental Exercises करने से बंद दिमाग के ताले खुल जाएंगे, ब्रेन AI की तरह काम करने लगेगा

Health News: दिमाग को भी शरीर की तरह चुस्त रखने के लिए मानसिक व्यायाम करना चाहिए। दिमाग को एक्टिव करने वाले कुछ अभ्यास याददाश्त को तेज करते हैं और क्रिएटिविटी को बढ़ाते हैं।
Health News: इस लेख में हम दिमाग को तेज करने के लिए तीन अभ्यास बता रहे हैं जिन्हें करने के लिए सिर्फ पांच मिनट का समय चाहिए।
क्या आपने कभी सुस्त महसूस किया है? हम सभी को कभी-कभी मानसिक थकान महसूस होती है, चाहे वह तनाव या काम का बोझ हो। इससे याददाश्त कमजोर होने लगती है और फोकस कम हो जाता है।
अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन ने कहा कि सिर्फ पांच मिनट की ब्रेन एक्सरसाइज आपके दिमाग को तेज और एक्टिव रखने में मदद कर सकती है। दैनिक मानसिक व्यायाम के ये तीन सरल और प्रभावी तरीके आपको किसी भी उम्र में स्मार्ट और चुस्त बनाए रखेंगे।
शब्दों की चेन बनाएं: याददाश्त और क्रिएटिविटी को बढ़ाना
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने कहा कि शब्दों को एक-एक करके चेन बनाने से दिमाग की गतिविधि बढ़ती है। यह अभ्यास न केवल रचनात्मक सोच को बढ़ाता है, बल्कि शब्दों का फ्लो भी सुधारता है।
कैसे करें?
एक शब्द जैसे “सेब” से शुरू करें।
अगले शब्दों, जैसे “आलू”, जोड़ें। “सेब-आलू” दोहराएं।
फिर एक शब्द जोड़ें, उदाहरण के लिए, “घोड़ा”। अब इसे दोहराएं: “आलू-सेब-घोड़ा”
जब तक आप पहले वाले शब्दों को भूल नहीं जाते, इसे फिर से करें।
इस अभ्यास को हर दिन पांच मिनट तक करें।
याददाश्त और फोकस को मजबूत बनाने का यह सरल, प्रभावी उपाय है।
चीजों की लिस्ट बनाएं और याद करें: शॉर्ट-टर्म मेमोरी को दुरुस्त करें
याददाश्त और फोकस को बढ़ाने वाले खेल बेहद फायदेमंद होते हैं। मायो क्लिनिक के अनुसार, यह प्रैक्टिस शॉर्ट-टर्म मेमोरी को मजबूत करने में मदद करता है।
कैसे करें?
30 सेकंड के लिए विभिन्न चीजों की सूची देखें।
आंखें बंद करके जितने शब्द आप याद कर सकते हैं, उन्हें दोहराएं।
इस अभ्यास को हर दिन दोहराएं और उत्पादों की सूची को बढ़ाते जाएं।
यह तरीका न केवल याददाश्त को तेज करता है, बल्कि दिमाग को तेजी से
सूचनाओं को प्रोसेस करने में भी मदद करता है।
हाथों का संयोजन: फोकस और क्रिएटिविटी बढ़ाएं
दिमाग और हाथ बहुत जुड़े हैं। विभिन्न अंगों के साथ कोआर्डिनेशन वाली एक्टिविटीज दिमाग के विभिन्न भागों को एक्टिव करती हैं। साइंस डायरेक्ट के अनुसार, हाथों का कोआर्डिनेशन मानसिक चुस्ती, क्रिएटिविटी और फोकस को बढ़ाता है।
कैसे करें?
एक हाथ की दो उंगलियों से मुट्ठी बनाकर दूसरे हाथ की दो उंगलियों से विक्ट्री का निशान बनाएं।
अब हाथों के इशारों को बदलें। जो हाथ मुट्ठी बना रहा था, वह अब विक्ट्री दिखाए और दूसरा हाथ मुट्ठी बनाए।
इस स्विचिंग मूवमेंट को लगातार दोहराएं। जैसे-जैसे आप सहज होते जाएं, गति बढ़ाने की कोशिश करें।
यह प्रैक्टिस न केवल दिमाग को एक्टिव रखता है, बल्कि हाथ-आंखों के कोआर्डिनेशन को भी मजबूत करता है।