HMPV Preventions Tips: डॉक्टर ने कहा कि HMPV से पैनिक होने की नहीं है जरूरत, ये वायरस कोविड से भी पुराना है, इन बातों का रख लें ख्याल
HMPV Preventions Tips: HMPV का प्रकोप चीन में देखने के बाद लोग इस वायरस से भयभीत हो गए हैं। हालांकि ये कोई नया वायरस नहीं है और इससे पैनिक होने की जरूरत नहीं है। बस कुछ बातों का ख्याल रखते हुए आप इस वायरस के हमले से बच सकते हैं।
HMPV Preventions Tips: भारत में अब तक HMPV या ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के कई मामले सामने आ चुके हैं। HMPV लोगों को डराता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि लोगों को इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है। सांस संबंधी बीमारियों से निपटने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार हैं। HMPV के चीनी प्रकोप को देखते हुए वैश्विक स्तर पर इस वायरस को नियंत्रित करने की योजना बनाई जा रही है। HMPV नॉर्मल फ्लू की तरह संक्रामक है। इसके बावजूद, आपको इससे घबराहट या किसी तरह के पैनिक में आने की जरूरत नहीं है।
मुंबई में एचएन रिलायंस हॉस्पिटल आईसीयू यूनिट के प्रमुख और महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य और सांस की बीमारी से संबंधित सुप्रीम कोर्ट से नियुक्त टास्क फोर्स के मेंबर डॉ. राहुल पंडित ने कहा कि ‘HMPV ह्यूमन न्यूटान्यूमोवायरस से पैनिक होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। यह वायरस नवीन नहीं है। यह वायरस कोविड से भी पुराना है। 2001 में इसके केसेस को नीदरलैंड में ढूंढ लिया गया था। हर वायरस में म्यूटेशन होता है पर यह घातक नहीं है। एचएमपीवी सामान्य फ्लू निमोनिया जैसा ही है। इससे अधिक केसेस दूसरे वायरल इंफेक्शन और बीमारियों के हमारे पास आते हैं’
HMPV कितना खतरनाक है?
HMPV के लक्षण सर्दी खासी से मिलते जुलते हैं। इसमें मृत्युदर बहुत कम है. हाई शुगर या कैंसर से पीड़ित लोगों को थोड़ा ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। संक्रमण के बाद मरीज सात दिनों में एकदम चुस्त दुरुस्त ठीक हो जाता है।
HMPV बच्चों पर हमला क्यों कर रहा है?
यह बच्चों में अधिक पाया जाता है क्योंकि उनके शरीर में एंटीबॉडीज बनाने की प्रक्रिया चल रही है। बड़े उम्र के लोगों के शरीर में एंटी बोडीज पहले से तैयार हो गया होगा। यही कारण है कि अगर आपको दो या तीन दिन में सर्दी या खासी बुखार लगता है तो आपको एक डॉक्टर से मिलना चाहिए। खुद से टेस्ट ना कराये ना इसमें हॉस्पिटल में दाखिल होने की ज़्यादा जरूरत है।
HMPV से कैसे बचें?
बस कोविड में जो एहतियात बरतते थे वही बातें ध्यान रखनी हैं। जैसे सर्दी खांसी हो तो रूमाल का उपयोग करें। खांसने और छींकने के तुरंत बाद हाथ धोएं। आईसीएमआर की जो गाइडलाइन्स हैं उसी पर अमल करें। सोशल मीडिया के वायरल हो रही बातों पर ध्यान न दें। यह एक सामान्य वायरस है जिससे किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है।